Cash for Ticket: एमसीडी चुनाव में टिकट के बदले AAP विधायक ने माँगे 90 लाख रुपए, ACB ने 3 करीबियों को दबोचा, 2 विधायकों पर गिरफ्तारी की तलवार

ACB ने आप विधायक के साले समेत तीन को गिरफ्तार किया (फोटो साभार एबीपी न्यूज़)

स्वयं को ‘कट्टर ईमानदार पार्टी’ घोषित करने वाली दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) की ‘आम आदमी पार्टी (AAP)’ के नेताओं का भ्रष्टाचारी चेहरा लोगों के सामने आने लगा है। रिश्वत लेने के इल्ज़ाम में AAP के 2 और विधायकों पर गिरफ़्तारी की तलवार लटक रही है।

एंटी करप्शन ब्रांच (Anti Corruption Branch -ACB) की टीम ने रिश्वत लेने के आरोप में दिल्ली के मॉडल टाउन से AAP के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी (Akhilesh Pati Tripathi) के पीए और साले के साथ कई लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ACB अखिलेश और AAP के अन्य विधायक राजेश को भी जल्दी ही गिरफ्तार कर सकती है।

क्या है मामला ?

ACB की तरफ से साझा की गई जानकारी के अनुसार, दिल्ली एमसीडी चुनाव (Delhi MCD Election) में टिकट के बदले रिश्वत लिए जाने का है। आरोपों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने कमलानगर वार्ड नंबर 69 सीट के लिए गोपाल खारी नाम के शख्स से 90 लाख रुपए की माँग की थी। इसमें से 35 लाख रुपए त्रिपाठी और 20 लाख रुपए त्रिपाठी के कहने पर वजीरपुर से विधायक राजेश गुप्ता को दिए गए।

दिल्ली की एन्टी करप्शन ब्रांच ने पूरे मामले में आम आदमी पार्टी नेता अखिलेश पति त्रिपाठी के ओम सिंह, शंकर पांडे और प्रिंस रघुवंशी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के इशारे पर ही तीनों ने गोपाल खारी की पत्नी शोभा खारी को एमसीडी चुनाव में टिकट दिलाने का वादा किया था। इनमें से एक त्रिपाठी का साला है। हालाँकि, AAP ने ओम सिंह को त्रिपाठी का रिश्तेदार होने से इनकार किया है।

रंगे हाथ पकड़े गए आप विधायक के साले

आरोपों के अनुसार, त्रिपाठी ने टिकट के लिए 90 लाख रुपए की माँग की थी। इसमें से उन्होंने 35 लाख रुपए त्रिपाठी ने और 20 लाख रुपए राजेश गुप्ता को दिए गए। बाकी के 35 लाख रुपए टिकट मिलने के बाद देने की बात तय हुई। उधर, 12 नवंबर को जब आम आदमी पार्टी की लिस्ट जारी हुई, तब शिकायतकर्ता कि पत्नी का नाम लिस्ट में नहीं था।

उम्मीदवारों की सूची में नाम न देखकर गोपाल खरी और उनकी पत्नी शोभा खारी ने मामले की शिकायत की। शिकायत मिलने पर ACB ने जाल बिछाया। 15-16 नवंबर की रात ओम सिंह अपने साथी शंकर पांडे और प्रिंस रघुवंशी के साथ शिकायतकर्ता के घर रिश्वत के 35 लाख में से 33 लाख रुपए लौटाने के लिए आया। इस दौरान ACB के अधिकारियों ने तीनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

आपको बता दें कि भ्रष्टाचार के इल्ज़ाम में आम आदमी पार्टी के विधायक एवं दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) पहले से ही जेल में हैं। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी शराब घोटाले का आरोप झेल रहे हैं। अब उनके 2 और विधायकों पर रिश्वत लेने के इल्ज़ाम में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया