अंग्रेजों वाली नहीं, स्वदेशी तोप से तिरंगे को सलामी: ‘कर्तव्य पथ’ पर पहली बार गणतंत्र दिवस का परेड होगा ऐतिहासिक, हथियारों में भी दिखेगी ‘मेक इन इंडिया’ की झलक

गणतंत्र दिवस पर स्वदेशी फिल्ड गन से दी जाएगी तिरंगे को सलामी (फाइल फोटो साभार एएनआई)

देश 74वाँ गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। इस साल गणतंत्र दिवस कई मायनों में अलग व ऐतिहासिक होने जा रहा है। राजपथ का नाम कर्तव्य पथ होने के बाद इस पर पहला गणतंत्र दिवस परेड होगा। इसके साथ ही परेड में प्रदर्शित किए जा रहे सभी उपकरण स्वदेशी होंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज को 21 तोपों की सलामी ब्रिटिश कालीन 25 पाउंडर बंदूकों वाली पुरानी तोपों से नहीं बल्कि नए 105 एमएम भारतीय फिल्ड गन से दी जाएगी।

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए दिल्ली एरिया के चीफ ऑफ़ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार ने जानकारी दी कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ पहल को आगे बढ़ाते हुए कई अहम फैसले लिए गए हैं। इसके तहत इस साल कर्तव्य पथ पर तिरंगे को स्वदेशी 105 एमएम भारतीय फिल्ड गन से सलामी दी जाएगी। इसके पहले इसके लिए अंग्रेजों के जमाने वाले 25 पाउंडर बंदूकों वाली तोपों का इस्तेमाल किया जाता था। इस तोप से अंतिम बार 15 अगस्त 2022 को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान तिरंगे को सलामी दी गई थी।

25 पाउंडर तोपों के अलावा कर्तव्य पथ पर भारतीय सेना द्वारा प्रदर्शित किए जाने वाले सभी हथियार भारत निर्मित होंगे। इनमें अर्जुन टैंक, नाग मिसाइल, बीएमपी-2, K-9 वज्र, शार्ट स्पैम ब्रिज, एयर डिफेंस आकाश मिसाइल, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, आर्मी एवियेशन कोर के तीन रूद्र और ध्रुव हेलीकॉप्टर शामिल हैं।

परेड की बात करें तो राजपथ से कर्तव्यपथ बनने के बाद पहली बार इस पर रिपब्लिक डे परेड (Republic Day parade) आयोजित होने जा रहा है। परेड में 23 राज्यों की झाँकी शामिल होगी। इस साल परेड में पहली बार वायुसेना की गरुड़ स्पेशल फोर्स भी शिरकत करेगी। परेड में मिस्र की फौज (Egyptian army) भी शामिल होने वाली है। समारोह में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के मजदूरों, सब्जीवालों, रिक्शेवाले, मिल्क बूथ वर्कर या अन्य छोटे दुकानदारों को खास तौर पर बुलाया गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया