प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में भी सरकारी के बराबर ही फीस: PM मोदी का बड़ा ऐलान, कहा – देश में 8500 ‘जन औषधि केंद्र’, 800 दवाओं के दाम हुए कम

मेडिकल कॉलेजों में फी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा ऐलान

रूस से युद्ध के कारण यूक्रेन से लौटने वाले मेडिकल छात्रों को लेकर एक नई चर्चा ने जन्म ले लिया है, जिसमें भारत में मेडिकल कॉलेजों और वहाँ के भारी फीस को लेकर बातें की जा रही हैं। इसी बीच ‘जन औषधि दिवस’ पर सम्बोधन देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, मोदी सरकार ने तय किया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी।

प्रधानमंत्री ने बताया कि कुछ दिन पहले ही सरकार ने ये बड़ा फैसला लिया है, जिसका बड़ा लाभ गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों को मिलेगा। बता दें कि मोदी सरकार ने बड़ी संख्या में मेडिकल सीटों का इजाफा किया है, लेकिन इसके बावजूद प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में भारी फीस के कारण लोग कजाखस्तान से लेकर यूक्रेन तक जाते रहे हैं। हाल ही में यूक्रेन से हजारों छात्रों को भारत सरकार वापस लेकर आई है, जो वहाँ युद्ध में फँस गए थे।

पीएम मोदी ने कहा कि जन-औषधि केंद्र तन को औषधि देते हैं, मन की चिंता को कम करने वाली भी औषधि हैं और धन को बचाकर जन-जन को राहत देने वाले केंद्र भी हैं। उन्होंने कहा कि दवा का पर्चा हाथ में आने के बाद लोगों के मन में जो आशंका होती थी कि, पता नहीं कितना पैसा दवा खरीदने में खर्च होगा, वो चिंता कम हुई है। उन्होंने जानकारी दी कि आज देश में साढ़े आठ हजार से ज्यादा जन-औषधि केंद्र खुले हैं। ये केंद्र अब केवल सरकारी स्टोर नहीं, बल्कि सामान्य मानवी के लिए समाधान केंद्र बन रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा, “हमारी सरकार ने कैंसर, टीबी, डायबिटीज, हृदयरोग जैसी बीमारियों के इलाज के लिए जरूरी 800 से ज्यादा दवाइयों की कीमत को भी नियंत्रित किया है। सरकार ने ये भी सुनिश्चित किया है कि स्टंट लगाने और ‘Knee Implant’ की कीमत भी नियंत्रित रहे।” बता दें कि कोरोना संक्रमण आपदा आने के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर बहस तेज़ हो गई है। सरकार भी अगले किसी आपदा से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी में है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया