केरल की पी विजयन सरकार, बजट सत्र 2020-21 के लिए जारी बजट दस्तावेज के कवर पर महात्मा गाँधी की हत्या वाली तस्वीर छाप, विवादों के केंद्र में है। राज्य के बजट दस्तावेज के कवर पर महात्मा गाँधी की हत्या वाली तस्वीर छापने का बचाव करते हुए वित्त मंत्री थॉमस ईसाक ने इसे एक पॉलिटिकल स्टेटमेंट करार दिया।
रिपोर्ट्स के अनुसार ईसाक ने बजट कवर पर गाँधी की तस्वीर छापने का बचाव करते हुआ कहा कि उनकी सरकार ने एक संदेश देने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि यह एक मलयालम आर्टिस्ट की पेंटिंग है, जिसकी जरूरत इसलिए आन पड़ी क्योंकि आज नागरिकता कानून में संशोधन तथा एनआरसी के कारण देशभर में एक डर का माहौल है, युवा सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
https://twitter.com/ANI/status/1225684747638067201?ref_src=twsrc%5Etfwईसाक ने कहा, “हम उन लोगों को कभी नहीं भूल सकते जिन्होंने महात्मा गाँधी की हत्या की थी। यह बात आज के समय याद रखना और भी महत्त्वपूर्ण हो गया है जब कि इतिहास को तोड़ मरोड़ कर दुबारा लिखने की कोशिशें हो रहीं हैं।”
हालाँकि गाँधी के नाम राजनीति करती आई कॉन्ग्रेस को वामपंथी सरकार की यह कोशिश कतई नागवार गुजरी है। केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने कहा,”हम भी आरएसएस बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं पर बजट दस्तावेज एक अलग विषय है, इसके कवर पर महात्मा गाँधी की हत्या वाली तस्वीर छापने की बिल्कुल जरूरत नहीं थी।”
कॉन्ग्रेस के सुर में सुर मिलाते हुए IUML नेता और विपक्ष के उपनेता एम के मुनीर ने कहा, “गाँधी जी का स्थान हमारे दिलों में है, उनको इस तरह राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करना गलत है। यह नहीं होना चाहिए था।”