‘रामदेव का लश्कर से कनेक्शन, धीरेंद्र शास्त्री बहुरूपिया’: JDU के गुलाम रसूल बलियावी के बहके बोल, कहा- मोदी पाकिस्तान से डरते हैं तो सेना में 30% मुस्लिम भर्ती करें

जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी के फिर बहके बोल (फोटो साभार: दैनिक भास्कर)

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के वरिष्ठ नेता और पूर्व एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने फिर से विवादित बयान दिया है। रविवार (12 फरवरी 2023) को उन्होंने बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को बहुरूपिया बता डाला। इतना ही नहीं बाबा रामदेव का पाकिस्तान आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंध होने का दावा किया। कहा कि यदि मोदी पाकिस्तान से डरते हैं तो सेना में 30 फीसदी मुस्लिमों को भर्ती करें।

बिहार के नवादा में आयोजित मरकजी इदारा-ए-शरिया की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बलियावी बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव को दी गई जमीन और उनके प्रोडक्ट्स की जाँच होनी चाहिए। उनका जितना माल बिक रहा है और वह कहाँ-कहाँ से बनकर आ रहा है, इसकी भी जाँच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रामदेव भारतीय नहीं हैं। उनकी संपत्ति की जाँच होनी चाहिए। 

बलियावी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मादी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उन्हें पाकिस्तान से निपटने में डर लग रहा है तो सिर्फ 30 प्रतिशत मुसलमानों को फौज में जगह देकर देखना चाहिए। उन्होंने कहा, “जब पाकिस्तान मिसाइल बनाकर दिखा रहा था तो नागपुर के कोई बाबा जवाब देने नहीं आए थे। एक मुसलमान का बेटा एपीजे अब्दुल कलाम सामने आया था।”

वहीं बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र शास्त्री को बहरूपिया बताते हुए कहा, “पता नहीं वे कौन हैं। मैं उनके बारे में नहीं जानता। मैं संविधान और अदालत को जानता हूँ। इस तरह के बहरूपिया की हमारे देश में कोई जगह नहींं है। कोई कपड़ा और मेकअप के सहारे हमारे देश को गुमराह नहीं कर सकता।” बलियावी ने कहा कि देश में दलितों की तरह मुसलमानों के लिए भी एक्ट बनना चाहिए। मुसलमानों की सुरक्षा के लिए कानून बनाए जाने की जरूरत है।

बलियावी वही नेता हैं जिन्होंने कुछ दिन पहले शहर का शहर को कर्बला बनाने की बात कहते हुए नुपूर शर्मा को पागल औरत करार दिया था। जदयू नेता ने झारखंड के हजारीबाग में 18 जनवरी, 2023 को कहा था, “मेरे आका की इज्जत पर हाथ डालोगे तो अभी तो हम कर्बला मैदान में इकट्ठा हुए हैं, उनकी इज्जत के लिए हम शहरों को भी कर्बला बना देंगे। खुद को सेक्युलर बताने वाली राजनीतिक पार्टियों ने भी नूपुर शर्मा की गिरफ़्तारी की माँग नहीं की। कोई रियायत नहीं होगी, क्योंकि मेरी ज़िन्दगी मेरी नहीं है और मेरी साँसें भी मेरी नहीं हैं। जीने की तमन्ना वो करे, जिसके पास रसूल का नूर न हो। हम तो इसी आरजू-तमन्ना से जीते आए हैं कि मरने के बाद एक ऐसा दिन तो आएगा, जब कोई नहीं रहेगा।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया