GST कलेक्शन में हुआ 12 फीसदी का इजाफा, पिछले महीने सरकारी खजाने में पहुँचे ₹1.61 लाख करोड़: एक देश-एक टैक्स के 6 साल पूरे

GST के पूरे हुए 6 साल, जून में सरकारी खजाने में पहुँचे ₹1.61 लाख करोड़ (फोटो साभारः IndiaTv)

वस्तु एवं सेवा कर यानि जीएसटी को लागू हुए 6 वर्ष पूरे हो चुके हैं। देश में पहली बार 1 जुलाई 2017 को GST लागू हुआ था। बीते 6 वर्षों में जीएसटी कलेक्शन लगातार बढ़ता ही रहा है। केंद्र सरकार ने जून 2023 के जीएसटी कलेक्शन के आँकड़े जारी किए हैं। इसके मुताबिक, जून में सरकार को जीएसटी से 1.61 लाख करोड़ रुपए हासिल हुए। यह आँकड़ा बीते साल की तुलना में 12% अधिक है।

केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, जून 2023 में जीएसटी का कुल कलेक्शन 161497 करोड़ रुपए रहा। इसमें से सीजीएसटी कलेक्शन 31013 करोड़ रुपए, एसजीएसटी कलेक्शन 38292 करोड़ रुपए, आईजीएसटी 80292 करोड़ रुपए तथा शेष अन्य टैक्स का कलेक्शन 11900 करोड़ रुपए रहा। जीएसटी का यह कलेक्शन जून 2022 की तुलना में 12% अधिक है। तब सरकार ने जीएसटी से 1.44 लाख करोड़ रुपए जुटाए थे। सीधे तौर पर देखें तो बीते एक साल में जीएसटी कलेक्शन में बम्पर उछाल हुआ है।

मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि बीते 6 साल में यानी कि जीएसटी लागू से अब तक 4 बार GST कलेक्शन 1.6 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो चुका है। वहीं, बीते 16 महीने से लगातार जीएसटी कलेक्शन 1.44 लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा है। यही नहीं, GST की शुरुआत होने के बाद अब तक 7 बार जीएसटी कलेक्शन 1.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा है।

लगातार बढ़ रहा है GST Collection

जीएसटी लागू होने के बाद इसको लेकर कई तरह की भ्रांतियाँ थीं। साथ ही कई तरह की अफवाहें भी फैलाई जा रहीं थीं। हालाँकि बीते 3 वित्तीय वर्षों के आँकड़ों पर ही नजर डालें तो यह स्पष्ट हो जाता है कि जीएसटी कलेक्शन में लगातार इजाफा हो रहा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में जीएसटी कलेक्शन 1.10 लाख करोड़ रुपए था। वहीं, 2022-23 में यह बढ़कर 1.51 लाख करोड़ रुपए रहा। वहीं, अब जारी वित्तीय वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में GST कलेक्शन 1.69 लाख करोड़ रुपए हो गया है।

जीएसटी कलेक्शन के ये आँकड़े ऐसे समय में सामने आए हैं जब केंद्र की सत्ताधारी मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे हुए हैं। जीएसटी लागू करने को लेकर विपक्ष ने खूब हो हल्ला मचाया था। विपक्ष का कहना था कि इससे आम आदमी की जेब ढीली होगी और महँगाई 7वें आसमान पर पहुँच जाएगी। हालाँकि आँकड़े कहते हैं कि बीते 9 सालों में महँगाई दर में तेजी से कमी आई है। साल 2014 में महँगाई दर 6.65% थी। वहीं, जून 2023 में महँगाई दर 4.25% है। इसका सीधा मतलब है कि जीएसटी लागू होने से न केवल सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी हुई है। बल्कि विपक्ष द्वारा किए गए फर्जी दावों की पोल खुल गई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया