‘आप हमारे लिए कृष्ण हैं’: गुजराती जोड़े को बंधक बना ब्लेड मारता था पाकिस्तानी, जानिए रथ यात्रा के बीच गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कैसे बचाई जान

पंकज और उसकी पत्नी निशा को तेहरान में बनाया गया था बंधक, हर्ष सांघवी ने छुड़ाया (फाइल फोटो)

ईरान के तेहरान में एक गुजराती कपल को बंधक बना लिया गया था, जिसे गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी की कशिशों के बाद 24 घंटे के भीतर छुड़ाने में सफलता मिली है। ईरान की राजधानी तेहरान में एक पाकिस्तानी एजेंट ने न सिर्फ इस गुजरती जोड़े को बंधक बनाया था, बल्कि उनकी पिटाई भी की थी। ब्लेड मार-मार कर उन्हें घायल कर दिया गया था। बेरहमी से पिटाई के फोटो-वीडियो दिखा कर परिवार से रंगदारी भी माँगी गई थी।

तेहरान पुलिस ने अब न सिर्फ पाकिस्तानी एजेंट और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया है, बल्कि बंधक बनाए गए भारतीय जोड़े को भी छुड़ाने में सफलता पाई है। ये सब संभव हुआ गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी के प्रयासों से। पंकज और उनकी उनकी पत्नी निशा पटेल असल में अमेरिका में एंट्री करना चाहते थे। उनके पास कोई वैध अनुमति नहीं थी, ऐसे में वो नियमों का उल्लंघन कर के ऐसा कर रहे थे। इस दौरान वो हैदराबाद के एक एजेंट के चक्कर में फँस गए।

उक्त एजेंट ने उन्हें भरोसा दिलाया कि पहले उन्हें ईरान भेजा जाएगा और फिर वहाँ से अमेरिका पहुँचा दिया जाएगा। साथ ही ईरान का वीजा और फ्लाइट का टिकट भी तैयार करवा दिया। जब वो ईरान पहुँचे तो एयरपोर्ट पर उन्हें एक पाकिस्तानी एजेंट ने रिसीव किया। वो उन्हें वहाँ से लेकर गया और बंधक बना लिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि पंकज को पीठ के बल लिटाया गया था और उनके हाथ बँधे हुए थे। उनकी पीठ पर दर्जनों घाव थे।

वीडियो में वो दर्द से छटपटाते हुए कहते हैं कि ये जितने पैसे माँगें, इन्हें दे दो। यहाँ परिवार ने इस मामले में नरोडा स्थित पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया। गृह मंत्री हर्ष सांघवी से मदद माँगी। सांघवी इस मामले को लेकर गंभीर हुए और उन्होंने तुरंत केंद्रीय विदेश मंत्रालय के साथ-साथ भारतीय दूतावास को सूचित किया। रथयात्रा की तैयारियों के बीच वो मामले की जानकारी लेते रहे। परिवार ने अब हर्ष सांघवी को मैसेज भेज कर उन्हें धन्यवाद कहा है।

पंकज और निशा को छुड़ा कर गुजरात लाया जा रहा है। पंकज और निशा के परिजनों ने गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी को लेकर कहा कि हम आपका जितना धन्यवाद करें कम है, आप हमारे लिए श्रीकृष्ण बन के आए। परिजनों ने बताया कि उन्हें हर्ष सांघवी को सिर्फ एक व्हाट्सएप्प मैसेज किया, और उन्होंने पूरी मेहनत कर के 24 घंटे के भीतर में बंधक बनाए गए कपल की रिहाई सुनिश्चित की। उन्होंने केंद्र सरकार का भी धन्यवाद दिया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया