महाराष्ट्र और हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। दोनों ही राज्यों में कॉन्ग्रेस पहले से कई चुनौतियों से जूझ रही है। गुटबाजी चरम पर है और कई दिग्गज नेता पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। अब टिकट बॅंटवारे ने दोनों राज्यों में पार्टी की भीतरी लड़ाई सार्वजनिक कर दी है।
टिकट बॅंटवारे के बाद हरियाणा कॉन्ग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर और मुंबई के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने खुलकर अपनी नाराजगी जताई है। निरुपम ने पार्टी छोड़ने की धमकी दी है। एक के बाद एक दो ट्वीट कर उन्होंने कहा कि शायद पार्टी को अब उनकी जरूरत नहीं रही।
https://twitter.com/sanjaynirupam/status/1179721617930252288?ref_src=twsrc%5Etfwउन्होंने लिखा, “ऐसा लगता है कि पार्टी को अब मेरी सेवाओं की जरूरत नहीं है। मुंबई में मैंने विधानसभा चुनाव के लिए सिर्फ एक नाम की सिफारिश की थी। मुझे पता चला है कि उसे भी खारिज कर दिया गया। मैंने नेतृत्व को पहले ही बताया था कि ऐसी स्थिति में मैं चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लूॅंगा। यह मेरा आखिरी फैसला है।” एक और ट्वीट कर उन्होंने लिखा, “मुझे उम्मीद है कि पार्टी को गुड बाय कहने का वक्त नहीं आएगा। लेकिन, लीडरशिप जिस तरह से मेरे साथ बर्ताव कर रही है, उससे लगता है कि अब वह दिन दूर नहीं है।”
https://twitter.com/sanjaynirupam/status/1179723813451223042?ref_src=twsrc%5Etfwइससे पहले बुधवार को हरियाणा कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने विधानसभा चुनाव के टिकटों के बॅंटवारे में धांधली का आरोप लगाते हुए कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था। उन्होंने सोहना विधानसभा सीट का टिकट पॉंच करोड़ रुपए में बेचे जाने का आरोप लगाया था।