AFSPA हटाने पर विचार, सेना की वापसी… अमित शाह ने बता दिया जम्मू-कश्मीर पर मोदी 3.O का एजेंडा, कहा- जल्द होंगे विधानसभा चुनाव

गृह मंत्री अमित शाह (चित्र साभार: HT)

देश के गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर को लेकर कहा है कि सरकार राज्य से सेनाओं को विशेष शक्तियाँ देने वाला AFSPA हटाने के विषय में विचार कर रही है। उन्होंने यह भी कहा है कि राज्य में अनुच्छेद 370 को लेकर भ्रांतियाँ फैलाई गईं थी, जिसका फायदा उठाकर पाकिस्तान ने आतंकियों की भर्ती की।

गृह मंत्री अमित शाह ने जेके मीडिया को दिए इंटरव्यू में जम्मू-कश्मीर को लेकर सरकार की नीतियों, भविष्य के कदमों और 370 हटने के बाद आए बदलावों को लेकर बात की। उन्होंने इस दौरान पहले के हालात भी बताए। लगभग 50 मिनट लम्बे इस इंटरव्यू में गृह मंत्री शाह ने कई महत्वपूर्ण बातें कही।

गृह मंत्री ने अनुच्छेद 370 पर कहा कि इसको लेकर घाटी की जनता में भ्रांतियाँ फैलाई गईं। इसके हटने के बाद भी यहाँ की संस्कृति जस की तस है। 370 के हटने से बाहर के लोगों के यहाँ बसने को लेकर जो झूठ फैलाया गया था वह भी ध्वस्त हो चुका है। कश्मीर की कश्मीरियत बची हुई है।

उन्होंने कहा कि 370 के आड़ में आतंक बढ़ाया गया और इसके कारण 40,000 युवा आतंकी बन कर मारे गए। गृह मंत्री शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में कॉन्ग्रेस, PDP और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने परिवारवाद को बढ़ा कर राज्य के विकास को रोका। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में राज्य से तीनों पार्टियाँ साफ़ हो जाएँगी।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राज्य में अब तक केंद्र सरकार अलग अलग योजनाओं के तहत ₹45,000 करोड़ खर्च कर चुकी है। राज्य में पीएम आवास, जल जीवन और ग्राम सड़क योजना का कवरेज बढ़ा है। उन्होंने कहा है इससे कश्मीरियों के जीवन में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि राज्य में 2022-23 में ₹2100 करोड़, 2023-24 में ₹2300 करोड़ का निवेश हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य की जीडीपी 2015 में ₹1 लाख करोड़ थी जो कि अब बढ़ कर ₹2.3 लाख करोड़ हो चुका है।

कश्मीर में आगे के कामों को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि डल झील को दुनिया की सबसे सुंदर झील में बदला जाएगा। जम्मू कश्मीर में चुनावों को लेकर भी उन्होंने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने यहाँ ग्राम पंचायत और जिला पंचायत चुनाव करवाए हैं, जिनके परिणाम काफी सुखद रहे हैं।

जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर भी गृह मंत्री ने जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है 31 सितम्बर, 2024 से पहले विधानसभा चुनाव करवाए जाएँ। हम उस आदेश को टाल नहीं सकते। ऐसे में वह हो जाएँगे। उन्होंने कहा कि राज्य में लोकतंत्र स्थापित करने को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि फारुक अब्दुल्लाह की सरकार के दौरान राज्य में जितने फर्जी एनकाउंटर हुए, उतने कभी नहीं हुए। गृह मंत्री शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य के जो संगठन अलगाववादी रवैया अपनाते हैं उनके साथ कोई बातचीत नहीं होगी, राज्य के युवाओं से बातचीत होगी। ऐसे संगठन राज्य में 40,000 लोगों की मौत के जिम्मेदार हैं। गृह मंत्री ने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर को लेकर कहा कि उसे वापस लेना मात्र गृह मंत्री ही नहीं बल्कि हर भारतीय और हर कश्मीरी का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि वह भूमि और वहाँ की जनता हमारी है।

जम्मू कश्मीर में आतंक के शून्य होने पर कहा कि राज्य के युवाओं को पाकिस्तान के मुगालते से बाहर आना होगा। यह पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा है कि कश्मीर आजाद होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानियों को कश्मीर आज स्वर्ग प्रतीत होता है।

गृह मंत्री ने बताया कि आतंक से लड़ते हुए शहीद हुए जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों के घरवालों को नौकरी देने का काम पूरा हो गया है। पहले यह 10 वर्षों तक लटका रह जाता था। राज्य से सेना और अर्धसैनिक बलों को हटाने को लेकर कहा कि हमने इसको लेकर ब्लूप्रिंट बना लिया है और इसको लेकर चुनावों के बाद काम भी चालू होने की उम्मीद है।

जम्मू कश्मीर से सेना को विशेष शक्तियाँ देने वाला एक्ट AFSPA हटाने को लेकर गृह मंत्री ने कहा कि सरकार इस पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि इस पर काम हो रहा है कि सेना बैरकों में वापस जाए और जम्मू कश्मीर की पुलिस के हवाले राज्य की कानून व्यवस्था रहे। उन्होंने कहा कि राज्य में अब आतंक विरोधी ऑपरेशन में पुलिस ही आगे रहती है। जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि भाजपा जम्मू क्षेत्र में अकेले चुनाव लड़ेगी और कश्मीर क्षेत्र पर अभी विचार चल रहा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया