‘मेरा भारत महान नहीं, बदनाम है’ – भारतीय संविधान की कसम खाकर मुख्यमंत्री बनने वाले कॉन्ग्रेसी नेता का बयान

कॉन्ग्रेसी नेता (लाल घेरे में) का शर्मनाक बयान

कोरोना पर विवादित टिप्पणी के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बमुश्किल से एक सप्ताह बाद उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से किसान विरोध के नाम पर देश में आग लगाने के लिए कहा था। अब ताजा मामले में कमलनाथ ने शुक्रवार ( 28 मई, 2021) एक बार फिर से भारत को ”महान नहीं, बदनाम” बताया है।

कमलनाथ ने प्रदेश के सतना जिले के मैहर में एक धार्मिक यात्रा के दौरान मीडिया से बात करते हुए यह विवादित टिप्पणी की। कॉन्ग्रेस नेता भारत में कोरोना की स्थिति पर बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, “मेरा भारत महान नहीं है, बदनाम है। भारत में कोरोना वायरस के सबसे बुरे हालात को दुनिया देख रही है। अमेरिका में काम कर रहे भारतीयों को भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। एक व्यक्ति ने मुझे बताया कि न्यू यॉर्क के लोग भारतीयों द्वारा चलाई जा रही टैक्सियों में बैठने से डरते हैं।”

वरिष्ठ कॉन्ग्रेसी और मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता कमलनाथ राज्य की शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कोरोना से होने वाली मौतों के आँकड़े को छुपाने का भी आरोप लगाया है।

कॉन्ग्रेस नेता पर बरसे शिवराज

कॉन्ग्रेस नेता कमलनाथ की विवादित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मध्य प्रदेश के कॉन्ग्रेस प्रमुख भारत को बदनाम कर रहे हैं। क्या कॉन्ग्रेस बेशर्म है? इस धरती पर जन्म लेने के बाद आप भारत को बदनाम कर रहे हैं। क्या ये देशद्रोही नहीं है, या यह कॉन्ग्रेस की विचारधारा है?”

मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ ने सरकार खोने के कारण अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। उन्होंने कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी से यह स्पष्ट करने की माँग की कि क्या पार्टी (कॉन्ग्रेस) कमलनाथ के साथ है। उन्होंने कहा कि सोनिया गाँधी को या तो स्वीकार करना चाहिए कि वह कमलनाथ से सहमत हैं या वह मध्य प्रदेश के कॉन्ग्रेस प्रमुख को बर्खास्त करें।

इससे पहले, पूर्व कॉन्ग्रेसी मुख्यमंत्री ने दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी फैलाने के लिए चीन को कोसने के बजाय भारत को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी। सामने आए एक वीडियो में कमलनाथ को यह कहते हुए सुना गया था, “आज दुनिया इसे इंडियन कोरोना कहती है।”

दिलचस्प बात यह है कि कमलनाथ की टिप्पणी 18 मई को सामने आए टूलकिट में दिए गए निर्देशों के साथ सटीक रूप से व्यंग्य करती है। सोशल मीडिया पर सामने हुई “कॉन्ग्रेस टूलकिट” से केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की छवि को खराब करने के लिए कॉन्ग्रेस के दुर्भावनापूर्ण प्रयासों को सामने ला दिया है। हालाँकि, मामला खुल जाने के बाद कॉन्ग्रेस ने इसे नकली बताते हुए कानूनी कार्रवाई की धमकी भी दी थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया