5 ट्रिलियन में जीरो गिनाने वाले कॉन्ग्रेसी गौरव वल्लभ चौथे नंबर पर, ज़मानत जब्त होनी तय

गौरव वल्लभ 6% वोट के लिए भी तरस गए हैं और उनकी ज़मानत जब्त होनी तय मानी जा रही है

सोशल मीडिया पर सक्रिय लोगों ने कॉन्ग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ और भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा के बीच की वो बहस ज़रूर देखी होगी, जिसमें 5 ट्रिलियन इकोनॉमी पर बात की गई थी। बात तो 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी पर शुरू हुई लेकिन कहीं और जाकर अटक गई। गौरव वल्लभ ने संबित से पूछा था कि 5 ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं? हालाँकि, संबित बार-बार तंज कसते रहे, जिसके बाद गौरव वल्लभ ने बिलियन और ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं, इसका गणितीय सूत्र बताया और वीडियो वायरल हो गया। यह वीडियो सोशल मीडिया में खूब चला और इससे उत्साहित होकर कॉन्ग्रेस ने गौरव को झारखंड के चुनावी मैदान में उतार दिया।

गौरव वल्लभ जमशेदपुर पूर्वी से बुरी तरह हार रहे हैं। वे चौथे नंबर पर चल रहे हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास 10829 वोटों के साथ पहले नंबर पर चल रहे हैं, वहीं भाजपा के बागी नेता व निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय 10673 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर चल रहे हैं। कॉन्ग्रेस नेता गौरव वल्लभ मात्र 1581 वोट अब तक मिले हैं। जेवीएम के अभय सिंह भी उनसे आगे चल रहे हैं। ताज़ा आँकड़े बताते हैं कि जमशेदपुर पूर्वी सीट से गौरव वल्लभ की जमानत जब्त होनी तय है।

टीवी बहस में कुर्सी पर बैठ कर भले ही गौरव वल्लभ ये बता देते हों कि बिलियन और ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं, लेकिन जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से उन्हें बुरी हार का मुँह देखना पड़ेगा, ऐसा निश्चित लग रहा है। इस सीट पर उनकी लड़ाई मुख्यमंत्री रघुवर दास और भाजपा के बागी सरयू राय से थी। सरयू तो रघुवर मंत्रिमंडल का हिस्सा भी थे। 19 वर्षों के राजनीतिक इतिहास में झारखण्ड में लगातार 5 साल सरकार चलाने वाले रघुवर दास एक बार फिर से जमशेदपुर पूर्वी से जीतते हैं तो वो झारखंड में मुख्यमंत्री की हार वाला मिथक तोड़ने में कामयाब होंगे।

रघुवर दास के गढ़ जमशेदपुर की सभी 6 सीटों पर चुनावी परिणाम के ट्रेंड्स का अब तक कुछ यूँ गणित रहा:

बहरागोड़ा: जेएमएम
घाटशिला: भाजपा
पोटका: भाजपा
जुगसलाई: जेवीएम
जमशेदपुर ईस्ट: भाजपा
जमशेदपुर वेस्ट: भाजपा

1995 में इस क्षेत्र से पहली बार जीतने वाले रघुवर लगातार छठी बार जीत दर्ज कर अपना गढ़ बचाएँगे या नहीं, ये देखने वाली बात होगी। कभी टाटा स्टील रोलिंग मिल में बतौर मजदूर काम करने वाले रघुवर 2014 में तब राज्य के मुखिया बने, जब जीत के बाद भाजपा आलाकमान ने उन पर भरोसा जताया। गौरव वल्लभ पूरे चुनाव के दौरान आरोप लगाते रहे कि पूर्वी जमशेदपुर से रघुवर भाजपा के घोषित प्रत्याशी हैं और सरयू अघोषित। यह दूसरी बात है कि पर्दे के पीछे से कॉन्ग्रेस के सहयोगी दल भी गौरव की मदद करने की बजाए सरयू राय पर दॉंव लगा रहे थे। आगे बढ़ने से पहले अब भी ट्रिलियन डॉलर वीडियो का आनंद ले सकते हैं:

गौरव वल्लभ, जिन्हें पता है कि 5 ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं

जमेशदपुर में 3 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुँचे थे, जहाँ उन्होंने रघुवर दास के लिए वोट माँगा था। सरयू राय भले ही बागी होकर निर्दलीय लड़े लेकिन उन्होंने झामुमो-कॉन्ग्रेस गठबंधन के नेता हेमंत सोरेन के लिए चुनाव प्रचार भी किया था।

गुरुजी के बेटे का गणित बिगाड़ने वाली शिक्षिका, झारखंड की राजनीति में यूॅं हुआ ‘तेजस्विनी’ का उदय

BJP की बढ़त पर युवाओं को ही कोसने लगे रवीश कुमार, सीटों के साथ बदल रहा NDTV स्टूडियो का माहौल

झारखंड: गढ़ में हार की ओर बढ़ रहे विपक्ष के CM उम्मीदवार हेमंत सोरेन, भाभी भी चल रहीं पीछे

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया