‘हम छोटी पार्टी…हमें अब तक किसी ने नहीं पूछा’: कर्नाटक में रिजल्ट से पहले JDS प्रमुख कुमारस्वामी के बदले सुर, पहले कहा था- जो शर्त मानेगा, उसे समर्थन देंगे

JDS प्रमुख एचडी कुमारस्वामी (फोटो साभार: AFP)

कर्नाटक विधानसभा चुनावों में हुए मतदान की गणना जारी है। वोटों की अंतिम गिनती से पहले ही जनता दल सेक्युलर (JDS) के प्रमुख एचडी कुमारस्वामी ने शनिवार (13 मई 2023) को गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है। कुमारस्वामी ने कहा कि त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में सरकार बनाने को लेकर अभी तक किसी पार्टी ने उनसे संपर्क नहीं किया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “अगले 2-3 घंटे में सब साफ हो जाएगा। एग्जिट पोल में दिख रहा है कि दो राष्ट्रीय पार्टियों का स्कोर बड़ा रहने वाला है। एग्जिल पोल में JDS को 30-32 सीटें दी गई हैं। मैं एक छोटी पार्टी हूँ और मेरी कोई माँग नहीं है। मैं उम्मीद कर रहा हूँ कि सिर्फ अच्छा विकास हो।” 

कुमारस्वामी भले आज कह रहे हों कि उनकी कोई माँग नहीं है, लेकिन कल तक वे कुछ और कह रहे थे। कुमारस्वामी कल तक कह रहे थे कि जो भी दल उनकी शर्त मानेगा, वे उसी को समर्थन देंगे। कुमारस्वामी ने कहा था कि उनकी शर्त है कि उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाए।

बताते चलें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मुख्य लड़ाई सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कॉन्ग्रेस के बीच है। कुमारस्वामी की जेडीएस इन दोनों के बाद है। कुमारस्वामी को उम्मीद थी कि त्रिशंकु विधानसभा होने की स्थिति में वे किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं। हालाँकि, गिनती के शुरू होते ही उन्होंने अपना स्टैंड बदल लिया।

उधर, कर्नाटक चुनाव के नतीजों से पहले कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की और दावा किया राज्य में भाजपा की सरकार बनी रहेगी। उन्होंने दावा किया कि भाजपा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। वहीं, कॉन्ग्रेस को उम्मीद को है कि वह भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकेगी।

बता दें कि राज्य के कुल 224 सीटों के लिए 2,615 उम्मीदवार मैदान में हैं। सरकार बनाने के लिए बहुमत के तिलिस्मी आँकड़े 113 तक पहुँचना जरूरी है। किस पार्टी के हाथ में राज्य की बागडोर जाएगी, इसका फैसला आज शाम तक हो जाएगा। कर्नाटक चुनाव में प्रमुख पार्टियाँ भाजपा, कॉन्ग्रेस और जनता दल सेक्युलर (JDS) है।

अभी तक 38 साल में कोई भी सरकार लगातार दोबारा चुनकर नहीं आई है। हालाँकि, जिस तरह से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मिथक टूटे हैं, कुछ ऐसा ही इस बार कर्नाटक में होने की उम्मीद जताई जा रही है। वोटिंग खत्म होने के साथ ही एग्जिट पोल भी सामने आ गए हैं। इनमें से अधिकांश एग्जिट पोल में भाजपा और कॉन्ग्रेस के बीच काँटे की टक्कर बताई गई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया