कर्नाटक में JDS विधायक की गुंडई, कॉलेज प्रिंसिपल को पीटा: वीडियो वायरल, कर्मचारी संघ नाराज़

वीडियो का स्क्रीनशॉट (फोटो साभार: टीएनआईई)

कर्नाटक (Karnataka) से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ मांड्या शहर में सोमवार (20 जून 2022) को जनता दल (सेक्युलर) के विधायक एम श्रीनिवास (M Srinivas) ने एक कॉलेज के प्रिंसिपल को सार्वजनिक रूप से पीट दिया। बताया जा रहा है कि विधायक नलवाड़ी कृष्णराजा वाडियार आईटीआई कॉलेज के निरीक्षण करने के लिए गए थे। उसी दौरान उन्होंने ये हरकत की।

रिपोर्ट के मुताबिक, कॉलेज में बने कंप्यूटर लैब के लिए चल रहे विकास कार्यों को लेकर प्रिंसिपल से उन्होंने कुछ सवाल पूछा, जिसका उत्तर जब विधायक के मन मुताबिक नहीं मिला तो उन्होंने प्रिंसिपल को थप्पड़ जड़ दिए। पीड़ित प्रिंसिपल की पहचान नागानंद के रूप में हुई है।

जेडीएस विधायक की इस हरकत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें कई बार प्रिंसिपल को थप्पड़ मारते देखा गया। जेडीएस विधायक ने पहले अपने साथियों के सामने कॉलेज प्राचार्य को फटकार लगाई और फिर मारपीट करने लगे।

इस घटना के बाद प्रिंसिपल नागानंद सदमे में हैं। वही वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग विधायक को शाँत करने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में हालाँकि, कॉलेज प्राचार्य ने शिकायत दर्ज नहीं कराई, लेकिन सरकारी कर्मचारी संघ (मांड्या) के अध्यक्ष शंभू गौड़ा ने जानकारी दी है कि मामला जिला आयुक्त के समक्ष उठाया जाएगा।

सरकारी कर्मचारी संघ ने घटना की पूरी जानकारी ली और नागानंद को अपना पूरा समर्थन भी दिया। नेटिजन्स ने एक कॉलेज प्रिंसिपल के साथ मारपीट और अपमानित करने के लिए जेडीएस विधायक की भी आलोचना की है।

कॉन्ग्रेस नेताओं ने किया था पुलिस पर हमला

ये कोई पहली बार नहीं है, जब नेताओं ने इस तरह की हरकतें की हों। इससे पहले हाल ही में जेडीएस की पूर्व सहयोगी कॉन्ग्रेस पार्टी ड्यूटी पर पुलिस अधिकारियों के साथ मारपीट करने के लिए चर्चा में रही है। हाल ही में राहुल गाँधी के समर्थन में विरोध प्रदर्शन के दौरान 16 जून को तेलंगाना में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर का कॉलर पकड़ लिया था।

इसी तरह से 21 जून को नेट्टा डिसूजा को अग्निपथ योजना के विरोध में पुलिस अधिकारियों पर थूकते देखा गया था। डिसूजा अखिल भारतीय महिला कॉन्ग्रेस की कार्यवाहक अध्यक्ष हैं। खास बात ये है कि ये वही नेता है, जो जवानों के अधिकारों के लिए लड़ने का दावा करती हैं। बाद में वही पुलिसकर्मियों का अपमान करते देखा गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया