राम मंदिर के लिए कॉन्ग्रेसी MLA ने दिया चंदा, फोटो वायरल हुई तो मुस्लिमों से माँगी माफी: लगाया RSS पर आरोप

राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा देते कॉन्ग्रेस नेता

राम मंदिर निर्माण में चंदा राशि देने का नाटक करने के बाद अब केरल के कॉन्ग्रेस विधायक एल्धोस कुन्नापिल्ली (Eldhose Kunnappilly) ने मुस्लिम समुदाय से माफी माँगी है। कॉन्ग्रेस नेता ने मुस्लिम समुदाय से कहा है कि अगर उन्होंने किसी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाई तो वह क्षमा माँगते हैं। 

मालूम रहे कि इससे पहले एल्धोस की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें वह आरएसएस कार्यकर्ताओं को मंदिर निर्माण के लिए चंदा दे रहे थे। उस फोटो में उन्होंने हाथ में राम  मंदिर की तस्वीर वाला एक कार्ड भी पकड़ा हुआ था। हालाँकि द न्यूज मिनट की रिपोर्ट में बताया गया कि एक वीडियो में वह राम मंदिर निर्माण में चंदा देने के लिए माफी माँग रहे हैं। 

कॉन्ग्रेस नेता इस वीडियो में RSS पर इल्जाम लगाते हैं कि उनसे चालाकी से पैसे लिए गए। कुन्नापिल्ली ने कहा कि कुछ लोग उनके पास मंदिर निर्माण के लिए चंदा लेने आए, मगर उन्हें ये नहीं बताया गया कि वह आरएसएस से हैं। न ही इसका उल्लेख किया कि वह चंदा राम मंदिर के लिए ले रहे हैं। खुद को बेगुनाह बताते हुए कॉन्ग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने 1000 रुपए का दान दिया, जो वह अमूमन देते हैं। मगर बाद में फैला दिया गया कि वह राम मंदिर के लिए था।

वह कहते हैं, “मैं सेकुलर इंसान हूँ और मुझे दुख हुआ कि उन्होंने मुझे बेवकूफ बनाया।” अपनी वीडियो में वह मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को आहत करने पर बोले, “मैं RSS के प्रोपेगेंडे पर दुख व्यक्त करता हूँ, अगर यह किसी भी समुदायों की धार्मिक भावनाओं को आहत करता है।”

बता दें कि एक तरफ कॉन्ग्रेस नेता का दावा है कि उनसे धोखे से चंदा लिया गया। वहीं केरल कौमुदी की रिपोर्ट में बताया गया कि राम मंदिर के लिए दान देने की तस्वीर वायरल होने के बाद, कुन्नापिल्ली पर पार्टी का भारी दबाव था। वह आगामी चुनाव लड़ना चाहते हैं और उसी की तैयारी कर रहे हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले केरल के अलाप्पुझा जिले में राम मंदिर के लिए कॉन्ग्रेस नेता द्वारा शुरू किया गया अभियान विवादों में आया था। रिपोर्ट्स में बताया गया था कि पार्टी के जिला उपाध्यक्ष रघुनाथ पिल्लई ने कदाविल मंदिर में चंदा इकट्ठा करने के काम का उद्घाटन किया था। जिसके बाद राजनीतिक उठा-पटक शुरू हो गई। कम्युनिस्ट पार्टी ने कॉन्ग्रेस पर करारा प्रहार करते हुए कहा था कि पार्टी को राम मंदिर डोनेशन रैली में भाग लेने के बाद सेकुलरिज्म पर बात करने का अधिकार नहीं है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया