केरल के विधायक और अभिनेता एम मुकेश का 10वीं के छात्र को धमकाने का ऑडियो वायरल, NCPCR में शिकायत दर्ज

केरल सीपीआई के विधायक और अभिनेता एम मुकेश (साभार: द वीक)

केरल में वामपंथी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के विधायक और अभिनेता एम मुकेश द्वारा 10वीं कक्षा के बच्चे को धमकाने का ऑडियो वायरल हो गया है। इसके बाद मामले में संज्ञान लेते हुए भारतीय युवा कॉन्ग्रेस ने इसका विरोध किया है। यूथ कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय समन्वयक जेएस अखिल ने विधायक मुकेश के खिलाफ राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) में सोमवार ( 5 जून 2021) को शिकायत की है।

इसमें विधायक पर आरोप लगाया गया है कि लड़के से विधायक का बात करने का तरीका अपमानजनक था। शिकायत पत्र में जेएस अखिल ने कोल्लम से विधायक मुकेश पर बच्चे को धमकाने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए दावा किया कि अभिनेता के साथ विधायक जैसे ऊँचे पद पर बैठा व्यक्ति अपनी प्रमुख जिम्मेदारी को निभाने और बच्चे की समस्याओं का समाधान करने में पूरी तरह से विफल रहा है।

युवा कॉन्ग्रेस ने मामले में एक्शन से पहले ओट्टापलम के रहने वाले पीड़ित छात्र विष्णु से बात करने के बाद NCPCR से मामले की शिकायत की। रिपोर्ट के मुताबिक, 10 मिनट के वायरल ऑडियो में बच्चे ने लगातार इस बात पर जोर देने की कोशिश की, जिसके लिए उसने कॉल किया था। जबकि, इस दौरान सीपीआई विधायक मुकेश बच्चे को ओट्टापलम के विधायक से बात नहीं करने के लिए लगातार डाँटते रहे।

शिकायत में कहा गया है कि इसी रविवार ( 4 जून 2021) को विधायक ने बच्चे से फोन पर बात की। इस दौरान 6-6 बार फोन करने के लिए बच्चे पर चिल्लाने लगे। जब बच्चे ने कहा कि वो पलक्कड़ का रहने वाला है तो विधायक उसे भला-बुरा कहते हुए धमकी देते हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, CPI विधायक ने छात्र से ये भी कहा कि उसे उसके दोस्त को उनका (विधायक) नंबर देने के लिए थप्पड़ मारना चाहिए। हालाँकि, जब छात्र ने कहा कि उसे पलक्कड़ के विधायक का नाम नहीं पता है तो MLA मुकेश ने कहा कि अगर वो उनके सामने होता तो उसे डंडे से पीटते।

इस मामले में युवा कॉन्ग्रेस के अखिल ने एक बयान में कहा कि जिस बच्चे के दोस्त ने उसे विधायक का नंबर दिया, उसे थप्पड़ मारने और चेहरा तोड़ने की धमकी देना अपराध है। मुकेश न केवल एक फिल्म स्टार हैं, बल्कि विधानसभा सदस्य भी हैं। उन्होंने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 188 के अनुसार शपथ ली थी। विधायक का कृत्य उनकी शपथ और जिम्मेदारियों के साथ विश्वासघात है। फिलहाल शिकायत की एक प्रति केरल राज्य बाल संरक्षण आयोग को भेजी गई है।

विधायक ने कहा बदनाम करने की कोशिश

रिपोर्ट के मुताबिक, ऑडियो वायरल होने के बाद सीपीआई के विधायक ने अपनी सफाई भी दे दी है। उन्होंने दावा किया कि ये कॉल्स उन्हें राजनीतिक मंशा से परेशान करने के लिए किया गया था। विधायक ने दावा किया कि उनकी बातचीत की रिकॉर्डिंग से पहले बच्चे ने उन्हें 6 बार फोन किया था, जबकि मैंने उससे कहा था कि मैं जूम मीटिंग में हूँ और वापस उसे फोन कर रहा हूँ।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया