‘नौकरी के बदले जमीन’ केस में CBI ने तेजस्वी यादव को समन भेजा: ED की रेड में लालू के करीबियों के घर से ₹53 लाख नकद और 2KG सोना बरामद

तेजस्वी यादव और ED की रेड में बरामद नकदी (साभार: हिंदुस्तान/आउटलुक)

जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पूर्व रेल मंत्री लालू यादव के बेटे एवं बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को समन भेजा है। वहीं, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लालू के करीबियों और रिश्तेदारों के ठिकानों पर छापेमारी कर 53 लाख रुपए नकद, 1900 अमेरिकी डॉलर, 540 ग्राम सोना और 1.5 किलोग्राम सोने के आभूषण जब्त किए गए हैं। 

CBI ने इसके पहले समन भेजकर तेजस्वी यादव को 4 फरवरी 2023 को पूछताछ के लिए दिल्ली मुख्यालय बुलाया था। हालाँकि, तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा का सत्र चलने का हवाला देकर दिल्ली नहीं आए थे। अब एक बार फिर उन्हें समन भेजकर बुलाया गया है। 

वहीं ED ने शुक्रवार (10 मार्च 2023) को लालू यादव के करीबियों के दिल्ली, मुंबई, नोएडा, राँची, गाजियाबाद और पटना में 15 जगहों पर रेड डाली थी। जिन जगहों पर रेड डाली गई, उनमें दिल्ली स्थित तेजस्वी यादव के घर के साथ-साथ लालू यादव की तीन बेटियों- हेमा, रागिनी और चंदा के घर भी शामिल हैं। ED ने लालू यादव के समधी जितेंद्र यादव के गाजियाबाद स्थित आवास पर भी छापा मारा।

लालू के समधी जितेंद्र यादव के आवास पर ED की कार्रवाई 16 घंटे तक चली। एजेंसी 3 बड़े बॉक्से में कागजात भरकर भी अपने साथ ले गई है। जितेंद्र यादव समाजवादी पार्टी (SP) के MLC रह चुके हैं और गाजियाबाद के RDC राजनगर इलाके में रहते हैं।

वहीं, लालू के करीबी और RJD के पूर्व विधायक अबू दोजाना के घर पर छापेमारी के दौरान ED ने सेप्टिक टैंक की खुदाई भी की। लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ED की कार्रवाई का वीडियो शेयर कर ट्वीट कर लिखा है, “सेप्टिक टैंक की खुदाई से गैस मिली। चाय बनाने के लिए मोदी साहब के लिए भर-भर ट्रक लेके गए हैं जमाई।”

बता दें कि CBI ने भी मई 2022 में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव के घर समेत 17 ठिकानों पर रेड की थी। CBI ने इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा यादव और हेमा यादव के अलावा नौकरी के बदले जमीन देने वाले कुछ अयोग्य उम्मीदवारों समेत 16 लोगों पर FIR दर्ज की थी।

इस मामले में CBI ने चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल कर दिया है। दिल्ली स्थति राउज एवेन्यू कोर्ट ने सभी आरोपियों को 15 मार्च 2023 को पेश होने के लिए कहा है। उधर विपक्षी दल भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं।

गौरतलब है कि 14 साल पहले यूपीए-1 के शासन में लालू रेल मंत्री थे। रेलवे में नौकरी देने के बदले लालू के परिजनों ने पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट जमीन रिश्वत के रूप में लिया था। यह नौकरी बिना विज्ञापन निकाले रिश्वत लेकर दी गई थी और तीन दिन में ज्वॉइनिंग करा दी गई थी। इन उम्मीदवारों ने नौकरी के लिए फर्जी प्रमाण-पत्र भी दिया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया