पत्रकार जोशी की हत्या पर ममता बनर्जी ने लगाया सरकार पर मीडिया की आवाज़ दबाने का आरोप, कहा- देश में है डर का माहौल

पीएम नरेंद्र मोदी (बाएँ), ममता बनर्जी (दाएँ)

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कॉन्ग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार (जुलाई 22, 2020) को उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद के पत्रकार विक्रम जोशी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि देश में डर का माहौल है। मंगलवार को विक्रम जोशी की कुछ बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर कहा कि देश में लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है और मीडिया को भी नहीं बख्शा जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि देश में डर का माहौल बन गया है।

https://twitter.com/MamataOfficial/status/1285790431725318145?ref_src=twsrc%5Etfw

वहीं, इससे पहले ममता बनर्जी ने भाजपा पर भी इसी तरह का आरोप लगाया था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि देश में भय का शासन है। ममता बनर्जी ने तृणमूल कॉन्ग्रेस की एक वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि आज देशभर में भय के राज के कारण लोग अपनी बात रखने में असमर्थ हैं।

https://twitter.com/PTI_News/status/1285500432106663937?ref_src=twsrc%5Etfw

विडंबना यह है कि, ममता बनर्जी मोदी सरकार पर मीडिया की आवाज दबाने का झूठा आरोप लगा रही है। जबकि, यह कोई छुपी हुई बात नहीं है कि ममता बनर्जी की खुद की सरकार का रिपोर्ट कार्ड इस मामले में बेहद खराब रहा है। जहाँ अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर उनकी सरकार ने न सिर्फ़ मीडिया को धमकाया बल्कि उनके खिलाफ केस तक दर्ज कराए हैं।

बता दें कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार ने अपनी सरकार के कामकाज की आलोचना करने वाले पत्रकारों और मीडिया को कई बार धमकाया है। हाल ही में, पश्चिम बंगाल के आरामबाग टीवी नाम के एक वेब न्यूज़ चैनल के पत्रकार शेख सफीकुल इस्लाम को पश्चिम बंगाल पुलिस ने 29 जून को गिरफ्तार कर लिया था।

रिपोर्ट के अनुसार, आरामबाग टीवी को राज्य सरकार की कार्रवाई का सामना इसलिए करना पड़ा, क्योंकि उसने कोरोनो वायरस महामारी के दौरान राज्य के विभिन्न क्लब्स को दान देने पर ममता बनर्जी सरकार से सवाल किया था।

इस चैनल ने यह भी खुलासा किया था कि सरकार जिन क्लब्स को डोनेशन दे रही है, उनमें से कई क्लब वास्तव में मौजूद ही नहीं हैं। जिसके बाद चैनल और उसके मालिक शेख सफीकुल इस्लाम के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज की गईं।

ऑपइंडिया के खिलाफ एफआईआर

ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार ने न्यूज़ पोर्टल पर एक लेख प्रकाशित करने के लिए ‘ऑपइंडिया’ के सम्पादकों के साथ एक ऐसे व्यक्ति पर भी एफआईआर दर्ज करने का कारनामा किया था, जिसका कि संचार पोर्टल से कोई सम्बन्ध नहीं था।

हालाँकि, ऑपइंडिया से जुड़े तीन व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने के लिए भारत के सर्वोच्च न्यायालय को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा था। शीर्ष अदालत ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार को नोटिस भी जारी किया था।

पश्चिम बंगाल में बिगड़ती कानून व्यवस्था

गौरतलब है कि ममता बनर्जी उत्तर प्रदेश की सरकार पर कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर हमला कर रही है। जबकि वो खुद अपने राज्य पश्चिम बंगाल में राजनीतिक विरोधियों को लक्षित करने वाले अपराधों की बढ़ती संख्या को अनदेखा कर रही है।

अभी दो दिन पहले ही ममता बनर्जी के राज्य में एक ख़ौफनाक घटना घटी थी। जहाँ पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के चोप्रागज में रविवार सुबह एक भाजपा बूथ अध्यक्ष की 16 वर्षीय बहन को उसके घर से अपहरण कर लिया गया था। जिसके बाद उसका बलात्कार किया गया और हत्या कर दी गई।

वहीं, पश्चिम बंगाल की भाजपा इकाई ने इस घटना को लेकर एक ट्वीट किया था कि 16 वर्षीय लड़की के साथ एक फिरोज अली ने बलात्कार किया, जो कथित तौर पर टीएमसी से जुड़ा था।

उल्लेखनीय है कि इस हफ्ते की शुरुआत में, पश्चिम बंगाल में भाजपा के एक विधायक देवेंद्र नाथ रॉय का शरीर पिछले सोमवार को सार्वजनिक स्थान पर फाँसी पर लटका हुआ मिला था। देवेंद्र नाथ रॉय उसी के एक रात पहले से लापता थे। मृतक के परिवार ने इसे सुनियोजित हत्या करार दिया है। इसके साथ ही परिवार वालों ने इसके पीछे तृणमूल सरकार का भी हाथ बताया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया