मुकेश अंबानी परिवार सहित लंदन बसने जा रहे, मीडिया ने छाप दी झूठी खबर… निशाना बने मोदी-शाह

मुकेश अंबानी और उनका परिवार नहीं जा रहा लंदन

रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी के परिवार समेत लंदन में बसने की अटकलों पर विराम लग गया है। शुक्रवार (5 नवंबर 2021) को इस खबर के वायरल होने के बाद देर शाम रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बयान जारी कर कहा कि मुकेश अंबानी और उनके परिवार का लंदन में रहने या बसने का कोई इरादा नहीं है। रिलायंस की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ”एक अखबार में इस बारे में बेबुनियाद खबर छापी गई है कि अंबानी परिवार की लंदन के स्टोक पार्क में रहने या बसने की योजना है।”

दरअसल, 4 नवंबर मिड-डे अखबार ने एक एक्सक्लूसिव खबर प्रकाशित की थी, जिसमें दावा किया गया था कि मुकेश अंबानी का दूसरा घर लंदन में होगा। मुकेश अंबानी ने लंदन के बकिंघमशायर, स्टोक पार्क (Buckinghamshire, Stoke Park) में 300 एकड़ की संपत्ति ली है, जहाँ वे परिवार के साथ रहेंगे। मिड-डे ने अपने सूत्रों के हवाले से लिखा, “लॉकडाउन और महामारी के दौरान जब अंबानी ने अपना ज्यादातर समय अल्टामाउंट रोड पर 4,00,000 वर्ग फुट में बने अपने पॉश स्काई-हाई निवास ‘एंटीलिया’ (Antilia) में बिताया, तब परिवार को अहसास हुआ कि उन्हें एक और घर की जरूरत है। इसलिए उन्होंने लंदन में घर बनाने का फैसला लिया, जिसे अंबानी ने इस साल की शुरुआत में 592 करोड़ रुपए में खरीदा था।”

रिपोर्ट में आगे लिखा गया है कि लंदन की संपत्ति में एक पूरी तरह फंक्शनल अस्पताल है। एक मंदिर है, जिसके लिए अंबानी मुंबई से दो पुजारियों को लंदन ले जाने के लिए तैयारी कर रहे हैं और 40 बेडरूम हैं। मिड-डे की रिपोर्ट में मेडिकल टीम का हिस्सा बनने के लिए नियुक्त किए गए डॉक्टरों का भी हवाला दिया गया था, जिसमें कहा गया था कि अंबानी ने अपनी संपत्ति के परिसर के अंदर एक अस्पताल बनाने का फैसला किया है।

इस रिपोर्ट के मिड-डे में प्रकाशित होने और कई अन्य समाचार पत्रों, न्यूज पोर्टल द्वारा उठाए जाने के बाद बाद रिलायंस ने एक बयान जारी करते हुए इन दावों को खारिज कर दिया।

मुकेश अंबानी और उनका परिवार लंदन जा रहा है, इस फर्जी खबर पर रिलायंस की ओर से जारी किया गया बयान

बयान में कंपनी ने अंबानी परिवार द्वारा बकिंघमशायर के स्टोक पार्क इलाके में 300 एकड़ के कंट्री क्लब को अपना मुख्य घर बनाने की खबरों को ‘गलत और निराधार’ करार दिया। बयान में कहा गया है, “रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड स्पष्ट करना चाहती है कि चेयरमैन (अंबानी) और उनके परिवार की लंदन या दुनिया में कहीं और बसने या रहने की कोई योजना नहीं है।” रिलायंस द्वारा 592 करोड़ रुपए में लंदन में यह संपत्ति खरीदने के बाद अंबानी और उनके परिवार की विदेश यात्रा को स्टोक पार्क एस्टेट को अपना दूसरा घर बनाने से जोड़ा जा रहा है।”

बयान के अनुसार, “आरआईएल समूह की कंपनी, आरआईआईएचएल, जिसने हाल ही में स्टोक पार्क एस्टेट का अधिग्रहण किया है, यह स्पष्ट करना चाहती है कि इस ‘हेरिटेज’ संपत्ति के अधिग्रहण का उद्देश्य स्थानीय नियमों के तहत इसे एक प्रमुख गोल्फिंग और स्पोर्टिंग रिजॉर्ट का रूप देना है।”

फर्जी मीडिया रिपोर्ट को लेकर ट्रोल्स ने मोदी सरकार पर निशाना साधा

जैसे ही मिड-डे ने मुकेश अंबानी और उनके परिवार के लंदन जाने की फर्जी खबर फैलाई, कई मीडिया हाउस ने इस खबर को बिना जाँचे-परखे हाथों-हाथ उठा लिया। इसके अलावा, इस फर्जी खबर पर ट्रोल्स और कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोल दिया। प्रशांत भूषण भी उन्हीं में से एक हैं, जिन्होंने इस खबर को आगे बढ़ाने के लिए ट्विटर का सहारा लिया।

मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए, प्रशांत भूषण ने पूछा कि ‘क्या मुकेश अंबानी एक और भगोड़ा हैं?’ यह अमित शाह को निशाना बनाने का एक तरीका था। नफरत फैलाने के लिए कुख्यात प्रशांत भूषण रिलायंस के प्रमुख मुकेश अंबानी के खिलाफ फर्जी खबरों का इस्तेमाल करके अमित शाह का अपमान किया है। वहीं, कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर गौरव पांधी ने भी ट्विटर पर फर्जी खबरों का इस्तेमाल कर मोदी सरकार पर निशाना साधा।

उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार के राज में भारत की स्थिति इतनी खराब है कि एशिया का सबसे अमीर आदमी और उनका परिवार भी लंदन जा रहा है। उन्होंने अपने ट्वीट में भाजपा-आरएसएस द्वारा फैलाई गई तथाकथित नफरत का भी जिक्र किया। यह खबर फर्जी थी, इसके बावजूद पांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए अजीबोगरीब तर्क दिए। कॉन्ग्रेस राहुल गाँधी के नेतृत्व में लगातार दावा करती रही है कि पीएम मोदी मुकेश अंबानी के एजेंट हैं और उनके हित में काम कर रहे हैं। राहुल गाँधी भी 7 साल से यही यही राग अलाप रहे हैं। अब कॉन्ग्रेस भी यही कह रही है कि मुकेश अंबानी पीएम मोदी की वजह से भारत छोड़ रहे हैं। ऐसे में कॉन्ग्रेस ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि वह ऐसी फर्जी खबरों का हिस्सा है।

वहीं, आकार पटेल का कहना है कि मुकेश अंबानी ने इस स्टोरी को खारिज नहीं किया है, जबकि रिलायंस के इनकार करने वाले बयान को प्लग किया है।

उन्होंने अपने ​रीडर्स से शेयर किए गए विवरण पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया है। ऐसा लगता है कि इस तरह के ट्रॉप्स को भ्रम पैदा करने के लिए ट्रोल्स द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया