बिहार में अब जमाई बाबू भी सरकार, तेजप्रताप की सरकारी बैठक में ‘MP पति’ के दिखने पर विवाद: नीतीश कुमार की ‘पलटी’ के खिलाफ हाई कोर्ट में PIL

नीतीश कुमार और तेज प्रताप (फोटो साभार: न्यूज नेशन)

बिहार की राजनीति में (Bihar Politics) बीते कुछ सप्ताह में बड़ा उठापटक देखने को मिला है। इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की ओर से तब शुरू हुई, जब उन्होंने एनडीए (NDA) गठबंधन से अलग होकर महागठबंधन के साथ सरकार बना ली। इसके बाद से महागठबंधन की यह सरकार विवादों में है।

अब सीएम नीतीश कुमार की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। इस खतरे का कारण पटना हाईकोर्ट (Patna High Court) में दायर की गई एक जनहित याचिका है। इस याचिका में नीतीश कुमार को सीएम पद से हटाने की माँग की गई है।

याचिका में कहा गया है राज्यपाल द्वारा नीतीश कुमार की मुख्यमंत्री पद पर पुनर्नियुक्ति पूरी तरह से असंवैधानिक है। नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ सरकार बनाकर धोखाधड़ी का काम किया है। इसलिए इन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा देना चाहिए।

यह याचिका समाजसेवी धर्मशीला देवी की तरफ से उनके वकील बरूण सिन्हा ने दायर की है। याचिका में आगे कहा गया है कि दोबारा मुख्यमंत्री बनने के लिए नीतीश कुमार ने जो किया है वह संसदीय लोकतंत्र और संविधान के पूरी तरह खिलाफ है।

इसके अलावा इस याचिका में यह भी कहा गया है कि नीतीश कुमार का एनडीए से हटने के बाद महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनाना धोखाधड़ी के साथ ही भारतीय संविधान की मूल विशेषता का उल्लंघन है।

इसमें कहा गया है कि राज्यपाल को अनुच्छेद 163 और 164 के अंतर्गत नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद के लिए फिर से नियुक्त नहीं करना चाहिए था। क्योंकि, नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मेजॉरिटी कॉलेजन को छोड़कर माइनॉरिटी कॉलेजन के साथ सरकार बनाई है। भारतीय संविधान इसकी अनुमति नहीं देता।

जीजा को लिया साथ तो विवादों से घिरे तेज प्रताप यादव

उधर, नीतीश सरकार में पर्यावरण एवं वन मंत्री और लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने नियमों की धज्जियाँ उड़ाकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। तेज प्रताप मंत्रालय की एक बैठक में अपने जीजा को साथ लेकर पहुँच गए।

दरअसल, बिहार सरकार में तेज प्रताप यादव गुरुवार (18 अगस्त 2022) को बिहार प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के ऑफिस पहुँचे थे। वहाँ उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में उनके साथ उनके जीजा शैलेश कुमार भी नजर आए। इतना ही नहीं, शैलेश कुमार बैठक में अधिकारियों से बातचीत करते भी दिखाई दिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक का संचालन भी शैलेश कुमार ने ही किया।

बैठक की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। बैठक में तेज प्रताप के जीजा की मौजूदगी पर विपक्षी दल भाजपा ने सवाल खड़े किए हैं। भाजपा ने पूछा कि प्रदूषण बोर्ड की मीटिंग में लालू यादव के बड़े दामाद क्या कर रहे थे? बता दें कि शैलेश कुमार लालू यादव के सबसे बड़े दामाद और मीसा भारती के पति हैं।

भाजपा ने उठाए सवाल

इस पर भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने व्यंग्य करते हुए ट्वीट किया, ”बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री तेज प्रताप यादव को कोई हल्के में ना ले। हमारे भाई शैलेश जी भी साथ बैठे हैं। मेरा दावा है कि राजद के सभी मंत्रियों से शैलेश जी ज्यादा समझदार- ज्ञानी- टैलेंटेड जरूर हैं। शैलेश भाई का आशीर्वाद रहा तो तेज प्रताप सबसे बेस्ट मिनिस्टर साबित होंगे।”

निखिल आनंद ने कहा कि राजद (RJD) एक परिवार की पार्टी है और पारिवारिक हितों को रक्षा करना इस पार्टी का मूलमंत्र है। उन्होंने कहा कि राजद कितना भी जातिवाद कर ले, धार्मिक तुष्टिकरण कर ले, पारिवारिक हित साधना ही इसके केंद्र में है। 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया