जिस J&K में 70 साल में हो पाया ₹17000 करोड़ का निवेश, वहाँ 2 साल में ₹38000 करोड़ पहुँचा आँकड़ा: PM मोदी

जम्मू में 20,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की पीएम मोदी ने दी सौगात

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद आज (24 अप्रैल 2022) पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू गए और वहाँ की जनता को लगभग 20 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का तोहफा दिया। इस दौरान स्थानीयों ने भी उनका जोर-शोर से स्वागत किया और सांबा जिले के पल्ली गाँव में हो रही रैली हर-हर मोदी, घर-घर मोदी के नारों से गूँज उठी।

इस दौरान पीएम ने अमृतसर-कटरा एक्स्प्रेस-वे समेत 5 नए एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखी। साथ ही बनिहाल-काजीगुंड की दूरी डेढ़ घंटे कम में पूरी करने के लिए 8.45 किलोमीटर लंबी सुरंग भी जनता को समर्पित की। इस सुरंग का निर्माण 3100 करोड़ रुपए में हुआ है।

इसके अलावा पीएम ने बिजली उत्पादन को दोगुना करने की दिशा में 850 मेगावाट रतले पनबिजली परियोजना और 540 मेगावाट कवार पनबिजली परियोजना का भी शिलान्यास किया। जम्मू की जनता को पीएम मोदी ने 100 औषधि केंद्र समर्पित किए।

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर शुभकामनाएँ देते हुए पीएम ने आज के दिन को जम्मू-कश्मीर के विकास को गति देने के लिए बहुत बड़ा दिन बताया। उन्होंने कहा, “न ये भू-भाग मेरे लिए नया है, और न मैं आप लोगों के लिए नया हूँ। मैं यहाँ की बारिकियों से अनेक वर्षों से परिचित रहा हूँ। मेरे लिख खुशी की बात है कि आज यहाँ कनेक्टिविटी और बिजली से जुड़े 20,000 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है।”

उन्होंने बताया, “आज अनेक परिवारों को गाँवों में उनके घर के प्रॉपर्टी कार्ड भी मिले हैं। 100 जनऔषधि केंद्र जम्मू कश्मीर के गरीब और मिडिल क्लास को सस्ती दवाएँ, सस्ता सर्जिकल सामान देने का माध्यम बनेंगे।”

पंचायती राज दिवस इस बार जो जम्मू-कश्मीर से मनाया जा रहा है उसे भी पीएम ने बड़े बदलाव का प्रतीक बताया। उन्होंने 2-3 सालों में जम्मू-कश्मीर में जो बदलाव हुए उन्हें लेकर बात की। पीएम ने कहा कि केंद्र के करीब पौने 200 कानून जो यहाँ लागू नहीं होते थे। वो सब इन सालों में लागू किए गए ताकि नागरिक सशक्त बनें। बरसों तक जिन लोगों को यहाँ आरक्षण का लाभ नहीं मिला, उन्हें भी अब रिजर्वेशन का फायदा मिल पा रहा है।

पीएम ने कहा कि आने वाले 25 सालों में जम्मू-कश्मीर विकास की नई गाथा लिखेगा। पिछले 7 दशकों में यहाँ मात्र 17000 करोड़ रुपए का प्राइवेट निवेश हुआ था जबकि पिछले 2 सालों में ये आँकड़ा 38,000 करोड़ रुपए पहुँचा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के नौजवानों से वादा किया कि जिन मुसीबतों के साथ उनके बुजुर्गों ने जीवन जिया, उसके साथ उन्हें नहीं जीना पड़ेगा। पीएम ने स्थानीयों से संवाद स्थापित करने के लिए डोगरी भाषा के लोकसंगीत का उदाहरण दिया। साथ ही वह बोले कि अब बनिहाल-कांजीगुंड टनल से जम्मू और श्रीनगर की दूरी 2 घंटे कम हो गई है। ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुला को लिंक करने वाला आकर्षक आर्क ब्रिज भी जल्द देश को मिलने वाला है। दिल्ली -अमृतसर -कटरा हाइवे भी दिल्ली से माँ वैष्णो देवी के दरबार की दूरी को बहुत कम करने वाला है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया