प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 06, 2020 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर संसद में पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जनवरी 31, 2020 को संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया था। संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण के प्रस्ताव को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा चल रही। इस संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा की।
https://twitter.com/narendramodi/status/1225315240394416130?ref_src=twsrc%5Etfwराष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को धन्यवाद देने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण देश के लोगों के दिलों में विश्वास पैदा करने वाला है और सदन के सदस्यों ने बहुत ही अच्छे ढंग से अपने विचार रखे हैं। उन्होंने कहा कि हर किसी ने चर्चा को समृद्ध करने का प्रयास किया है।
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा- “हम अगर उसी तरीके से चलते, जिस तरीके से आप लोग चलते हैं तो इस देश से अनुच्छेद 370 नहीं हटता, तो मुस्लिम बहनों को तीन तलाक की तलवार आज भी डराती रहती, तो नाबालिग से रेप के मामले में फाँसी की सजा का कानून नहीं बनता, तो राम जन्मभूमि आज भी विवादों में रहती, तो करतारपुर कॉरिडोर कभी नहीं बनता, तो भारत-बांग्लादेश सीमा विवाद कभी नहीं सुधरता।”
इसके साथ ही लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सीमा विवाद का मसला हो या सामरिक क्षेत्र का, ऐसे कई मुद्दे हैं, जो दशकों से लटके हुए थे और उसे मोदी सरकार ने सुलझाने का काम किया।
https://twitter.com/ANI/status/1225327451254837248?ref_src=twsrc%5Etfwपीएम मोदी ने राहुल गाँधी पर तंज कसते हुए कहा- “कल कॉन्ग्रेस के एक नेता ने कहा कि 6 महीने में मोदी को डंडे पड़ेंगे। मैं इन छह महीनों में और ज्यादा सूर्य नमस्कार करूँगा, ताकि मेरी पीठ को भी हर डंडा झेलने की आदत हो जाए।” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वो पिछले 40 मिनट से भाषण दे रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों तक करेंट अब पहुँचा है।
भाषण की कुछ प्रमुख बातें
- गाँधी जी उनके लिए ट्रेलर हो सकते हैं, लेकिन हमारे लिए जिंदगी हैं।
- क्यों नहीं हुआ, कब होगा, कैसे होगा? जैसे सवाल करने वालों का मैं बुरा नहीं मानता, मैं समझता हूँ कि आप मान चुके हैं कि करेगा तो यही (मोदी) करेगा।
- राजनीति करिए, करनी भी चाहिए, लेकिन किसानों से खिलवाड़ न करे विपक्ष।
- हमने तेज काम किया तभी 2 करोड़ को घर दिया, तभी 37 करोड़ खाते खुले।
- तेज गति नहीं होती तो 11 करोड़ शौचालय नहीं बनते, 13 करोड़ गैस चूल्हे नहीं होते।
- अगर कॉन्ग्रेस के रास्ते पर चलते तो शत्रु संपत्ति कानून का इंतजार कर रहे होते। बेनामी संपत्ति कानून 28 साल बाद भी लागू नहीं होता। चीफ ऑफ डिफेंस 20 साल बाद भी नहीं आता।
- यह सरकार अच्छे से समझती है कि 70 साल बाद अब लोग लंबा इंतजार नहीं चाहते।
- पूर्व में सूरज सबसे पहले उगता था, लेकिन सुबह नहीं आता था। लेकिन बोडो समझौते के बाद नई सुबह आई है। वह प्रकाश जब दिखेगा जब आप अपने चश्मे बदलोगे।
जब प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद प्रस्ताव शुरू तब लोकसभा में जय श्री राम के नारे लगाए गए। मोदी जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए कॉन्ग्रेस और बाकी विपक्षी सांसदों ने महात्मा गाँधी जिंदाबाद के नारे लाने शुरू कर दिए। इस पर पीएम मोदी ने कहा- “बस इतना ही?” इस पर कॉन्ग्रेस नेता अधीर रंजन उठे और जवाब देते हुए कहा कि यह तो बस ट्रेलर है। लेकिन हाजिरजवाबी में माहिर नरेंद्र मोदी ने तुरंत ही इस पर कॉन्ग्रेस नेता को जवाब देते हुए कहा कि आपके लिए गाँधी जी ट्रेलर हो सकते हैं, हमारे लिए जिंदगी हैं।
अपने भाषण में पीएम मोदी ने सर्वेश्वर दयाल की कविता का भी जिक्र करते हुए कहा- “लीक पर वे चलें जिनके, चरण दुर्बल और हारे हैं, हमें तो जो हमारी यात्रा से बने, ऐसे अनिर्मित पन्थ प्यारे हैं।”