प्रणव मुखर्जी को कॉन्ग्रेस समर्थक ने कहा ‘रंगीन चू#^%’… बेटी शर्मिष्ठा ने राहुल गाँधी को लिखा खुला खत, कहा- मैं उनसे न्याय माँग रही हूँ

शर्मिष्ठा मुखर्जी और राहुल गाँधी

पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी को खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें और उनके पिता को उस कॉन्ग्रेस समर्थक द्वारा गाली दी जा रही है जिसे कई कॉन्ग्रेसी नेता भी फॉलो करते हैं।

अपने पत्र में उन्होंने राहुल गाँधी को बताया है कि उनकी किताब पब्लिश होने के बाद से उनके साथ ये ट्रोलिंग हो रही है। उनको निरंतर दुर्व्यवहार और यौन अपमान का सामना करना पड़ रहा है। कॉन्ग्रेस समर्थक उनकी किताब की निंदा कर रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति को ‘चू&^%#’ जैसे शब्द कहे जा रहे हैं।”

उन्होंने इस शिकायतपत्र को सोशल मीडिया पर भी डाला है। अपने एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि नवीन शाही नाम पर कॉन्ग्रेस समर्थक उनके लिए ऐसा कह रहा है। अपनी खबर में उन्होंने ट्वीट भी जोड़े। इन ट्विट्स में देख सकते हैं नवीन शाही प्रणव मुखर्जी के लिए लिखता है- चु&^% को चु&^% बोलना कहाँ मना है? रंगीन था वो, कु&^% भी मंजूर थी उसे।

एक अगले ट्वीट में नवीन शाही लिखता है, “जिंदगी भर कॉन्ग्रेस के सहारे ऐश करने और छुप-छुप के रंगीनियाँ करने वाले की बेटी जब कॉन्ग्रेस पर बोलेगी तो सच बोलना ही पड़ेगा।”

इन ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए शर्मिष्ठा मुखर्जी ने लिखा, “राहुल गाँधी न्याय की बात कर रहे हैं। मैं उनसे न्याय माँगती हूँ। अगर ये शख्स कोई साधारण भी कॉन्ग्रेस समर्थक भी है तो इसके विरुद्ध पुलिस शिकायत होनी चाहिए आखिर वो मेरा और मेरे पिता का अपमान उन्हीं के नाम (राहुल गाँधी) पर कर रहा है।”

बता दें कि शर्मिष्ठा द्वारा ये ट्वीट किए जाने के बाद नवीन शाही, जिसके खिलाफ उन्होंने शिकायत करने की अपील की है, उसने ट्वीट के नीचे माफी माँगी है।

अपने ट्वीट में उस शख्स ने लिखा, “मैं उस ट्वीट के लिए माफी माँगता हूँ जिससे आपको दुख पहुँचा है…मैं प्रार्थना करता हूँ कि भावनाओं में बहकर मैंने जो कुछ भी लिखा, उसे क्षमा करें। कॉन्ग्रेस मेरी माँ की तरह है।”

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने जो पत्र राहुल गाँधी को लिखा है उसमें उन्होंने राहुल को लिखा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रबल समर्थक होने के नाते, राहुल गाँधी को उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जो उन्हें और उनके पिता को गाली दे रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति की बेटी ने खुले पत्र में कहा, “आप अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अग्रदूत प्रतीत होते हैं, आपको पता होना चाहिए कि FoE में सिर्फ किसी की प्रशंसा करना शामिल नहीं है, बल्कि आलोचना को शालीनता से सहन करने की क्षमता भी शामिल है। लेकिन ऐसा लगता है कि आप हमारे संविधान द्वारा प्रदत्त सबसे महत्वपूर्ण अधिकारों में से एक, जो कॉन्ग्रेस के मूल मूल्यों में से एक है, के बारे में अपने फॉलोवर्स को समझा नहीं पाएँ हैं। आपका पसंदीदा नारा ‘नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान’ भी आपके अपने समर्थकों के कानों पर नहीं पड़ता है क्योंकि वे आपकी आलोचना करने करने की हिम्मत करने वाले किसी भी व्यक्ति पर अपनी सारी ‘नफ़रत’ लगा देते हैं।”

वहीं मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “जब से मेरे पिता पर किताब आई है… कुछ कॉन्ग्रेस नेता इसके खिलाफ बोलने लगे। वह मुझे बुरी तरह ट्रोल कर रहे हैं। कुछ दिन पहले, जयपुर लिटफेस्ट के मौके पर, मैंने एक साक्षात्कार में एक बयान दिया था, जहाँ मुझसे कॉन्ग्रेस के बारे में मेरे विचार पूछे गए थे। मैंने कहा था- मैं कॉन्ग्रेसी हूँ। राष्ट्रीय राजनीति में कॉन्ग्रेस का अभी भी बहुत महत्व है। लेकिन कॉन्ग्रेस को गांधी-नेहरू परिवार के नेतृत्व से परे देखना चाहिए…तब से सब कुछ अस्त-व्यस्त हो गया। मुझ पर हर तरह की गालियाँ बरसाई गईं, मेरे पिता को घसीटा गया। मैंने इस संबंध में राहुल गाँधी से शिकायत की लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया तक नहीं दी इसलिए मैंने खुला पत्र लिखा।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया