क्या है UP सरकार का ‘प्रोजेक्ट एल्डरलाइन’, जिसके लिए PM मोदी ने की CM योगी आदित्यनाथ की सराहना

यूपी में बुजुर्गों की सहायता के लिए शुरू हुआ प्रोजेक्ट एल्डरलाइन (फाइल फोटो : इंडिया टीवी)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सभी वर्गों को ध्यान में रखकर नीतियों का निर्माण सुनिश्चित किया है। जनकल्याण के इसी क्रम में यूपी की योगी सरकार ने राज्य के बेसहारा बुजुर्गों के लिए ‘एल्डरलाइन प्रोजेक्ट (Elder Line Project)’ लॉन्च किया। इसके तहत बुजुर्गों की सहायता करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके इस योजना की सराहना की।

https://twitter.com/narendramodi/status/1404085406623170560?ref_src=twsrc%5Etfw

क्या है एल्डरलाइन प्रोजेक्ट?

सीएम आदित्यनाथ के आदेश पर राज्य के सभी 75 जिलों में बुजुर्गों की सहायता के लिए यह योजना शुरू की गई। 14 मई 2021 से लागू इस योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में बेसहारा बुजुर्ग नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने और उन्हें बीमारी से बचाने के लिए प्रोजेक्ट एल्डरलाइन के तहत टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 14567 की व्यवस्था की गई है। यह हेल्पलाइन सुविधा सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध रहती है।

इस हेल्पलाइन नंबर की सहायता से उत्तर प्रदेश की सरकार सूचना मिलने पर बुजुर्गों की सहायता करती है। इस योजना के तहत बड़े पैमाने पर यूपी सरकार बुजुर्ग नागरिकों के स्वास्थ्य की चिंता करना, उन्हें उचित इलाज देना और साथ ही उन्हें भावनात्मक सहयोग प्रदान करना सुनिश्चित कर रही है।

प्रोजेक्ट एल्डरलाइन के तहत कार्यरत कर्मचारियों के अनुसार इस योजना के लागू होने के बाद से प्रतिदिन लगभग 80 से 90 फोन आते हैं, जिनके माध्यम से बुजुर्गों की सहायता के लिए यूपी सरकार हर संभव सहायता करती है। यह प्रोजेक्ट टाटा ट्रस्ट और एनएसई फाउंडेशन की सहायता से संचालित किया जा रहा है।

एक उदाहरण के तौर पर देखें तो कासगंज के पंचायत बाग में सड़क के किनारे भूख से तड़प रही एक 70 वर्षीय वृद्धा की जानकारी टोल फ्री नंबर 14567 के जरिए सरकार को दी गई। इसके बाद फील्ड रिस्पॉन्स लीडर ने मौके पर पहुँचकर पुलिस और तहसीलदार की मदद से वृद्धा को ओल्ड एज होम पहुँचाया और साथ ही उसकी कोरोना वायरस जाँच भी कराई गई जो निगेटिव आई। ऐसे ही न जाने कितने ही बेसहारा बुजुर्गों के लिए वरदान साबित हो रहा है ‘प्रोजेक्ट एल्डरलाइन’।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया