भगवान शिव की नगरी में काले झंडों के साथ हुआ CM ममता बनर्जी का स्वागत, गूँजा ‘जय श्री राम’ का नारा: लोग बोले – वापस जाओ

वाराणसी पहुँचीं ममता बनर्जी (पीले घेरे में) का हुआ विरोध (बाएँ), फाइल फोटो (दाएँ)

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुँचीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का जबरदस्त विरोध हुआ। भगवान शिव की नगरी काशी में जनता ने काले झंडे दिखा कर ममता बनर्जी का स्वागत किया और इस दौरान ‘जय श्री राम’ और ‘वापस जाओ’ का नारा भी गूँजा। तृणमूल कॉन्ग्रेस की सुप्रीमो बुधवार (2 फरवरी, 2022) की शाम को काशी पहुँचीं। उन्होंने ‘गंगा आरती’ में भी हिस्सा लिया।

सड़क पर काले झंडे लहराते लोगों को देख कर ममता बनर्जी ने अपनी गाड़ी रोकी और नीचे उतर गईं, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों को भी खासी मशक्कत करनी पड़ी। बताया जा रहा है कि नारेबाजी कर रहे लोग ‘हिन्दू युवा वाहिनी’ के सदस्य थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस दौरान अपने हाथ बाँधे उनलोगों को देखती रहीं। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। एयरपोर्ट से चेतगंज होते हुए दशाश्वमेध घाट जा रहीं पश्चिम बंगाल सीएम को रास्ते में कई जगह विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा।

ममता बनर्जी के सड़क पर उतरने के बाद पुलिस ने हिन्दू कार्यकर्ताओं को वहाँ से हटाना शुरू किया। ममता बनर्जी ने दावा किया कि ये सब भाजपा हार के डर से कर रही है और वो अब बिना हराए वापस नहीं जाएँगी। एक प्रदर्शनकारी को हिरासत में लेकर दशाश्वमेध थाने ले जाया गया। गुरुवार को सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के साथ ममता बनर्जी की रैली भी प्रस्तावित है। घाट पर पहुँचने के बाद अपने निर्धारित जगह पर बैठने की बजाए सीढ़ियों पर बैठ कर उन्होंने आरती देखी।

न सिर्फ गोदौलिया चौराहे पर ममता बनर्जी का ‘वापस जाओ-वापस जाओ’ नारे के साथ विरोध हुआ, बल्कि घाट पर भी उनके समर्थक और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प हुई। वहाँ भी उनके विरोध में नारेबाजी ही। इससे पहले यूपी की राजधानी लखनऊ में ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के सपा-रालोद गठबंधन का समर्थन किया था। हिंसा के लिए कुख्यात बंगाल चुनाव में जीत के बाद ही उन्होंने यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ चुनाव प्रचार में जाने का ऐलान किया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया