बीजेपी-SAD सरकार ने 2011 में रखी थी जिस ‘अटल अपार्टमेंट्स’ की नींव, पंजाब के CM चन्नी ने 2021 में फिर से उसकी रखी आधारशिला

2011 में डली थी जिस ‘अटल अपार्टमेंट्स’ की नींव उसकी चन्नी ने फिर रखी आधारशिला (साभार: इंडियन एक्सप्रेस)

पंजाब में नए साल में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले कॉन्ग्रेस सरकार ऐसी योजनाओं की भी आधारशिला फिर से रख रही है, जिसे वह पूर्व में रद्द कर चुकी है। ऐसी ही एक योजना है ‘अटल अपार्टमेंट्स’। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने लुधियाना के पक्खोवाल रोड स्थित शहीद करनैल सिंह नगर इलाके में बनने वाली इस योजना की गुरुवार (16 दिसंबर 2021) को आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रोजेक्ट लुधियाना इम्परूवमेंट ट्रस्ट (LIT) द्वारा ‘100 प्रतिशत सेल्फ फाइनेंसिंग स्कीम’ के अंतर्गत बनाया जा रहा है और इसमें 12 मंजि़ला 336 HIG और 240 MIG फ्लैट होंगे।

उन्होंने कहा कि यहाँ के निवासियों को किफायती आवास मुहैया करवाना कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत LIT द्वारा शहीद करनैल सिंह नगर, पक्खोवाल रोड, लुधियाना के नज़दीक 8.80 एकड़ में इन फ्लैटों का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री चन्नी ने बताया कि प्रस्तावित फ्लैटों के लिए अपेक्षित ज़मीन लुधियाना इम्परूवमेंट ट्रस्ट के पास उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि इच्छुक व्यक्ति इस योजना के लिए 18 दिसंबर, 2021 तक आवेदन कर सकते हैं और 24 दिसंबर, 2021 को अलॉटमेंट संबंधी ड्रॉ निकाला जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन फ्लैटों में भूकंप प्रतिरोधी संरचना, HIG और MIG और क्लब के लिए अलग ग्रीन पार्क, इनडोर स्विमिंग पूल सहित अलग क्लब, मल्टीपर्पज़ हॉल, जिमनेजिय़म, टेबल टैनिस रूम, अलग समर्पित टॉवर पार्किंग, हरेक फ्लैट में वीडियो डोर फ़ोन और 24 घंटे सुरक्षा के लिए मुख्य प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी कैमरे, 24 घंटे बेकअप के साथ हरेक ब्लॉक में 13 व्यक्तियों की क्षमता वाली 2 लिफ़्टें, बाहरी ऐलीवेशन पर लाल टाईलों के साथ वाश्ड ग्रिट फिनिश, सभी कमरों में बड़ी बालकनी, ड्रॉइंग रूम और रसोई, नवीनतम तकनीकों के साथ रेन वॉटर हारवैस्टिंग सिस्टम, यार्ड हाईड्रेंट और वैट राइजर के साथ सेंटरलाईजड़ फायर हाईड्रेंट सिस्टम, लिफ़्टों के लिए 24 घंटे पावर बेकअप के प्रबंधन के अलावा कई अन्य सुविधाएँ शामिल होंगी।

इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा, कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु, विधायक कुलदीप सिंह वैद, एलआईटी चेयरमैन रमन बालासुब्रमण्यम, पीएसआईडीसी चेयरमैन केके बावा, नरेश धीगान, नगर निगम आयुक्त प्रदीप कुमार सभरवाल उपस्थित थे। इस दौरान LIT के चेयरमैन और कॉन्ग्रेस नेता रमन बालासुब्रमण्यम ने बताया कि शुरुआती प्रोजेक्ट्स में बहुत सारे लूपहोल्स थे। उसे ठीक कर दिया गया है और अब योजना लागू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

उन्होंने कहा, “हमने साहिर लुधियानवी के नाम पर इसका नाम बदलने की योजना को छोड़ दिया क्योंकि तब हमें सभी दस्तावेजों और मँजूरी में संशोधन करना पड़ा था। साथ ही हमारा उद्देश्य साहिर लुधियानवी को श्रद्धांजलि देना था न कि अटल बिहारी वाजपेयी का अपमान करना। वह पार्टी लाइनों से परे एक राजनीतिक दिग्गज थे। हमें जिस राजनीतिक प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा, वह अनावश्यक थी। अब हम साहिर को श्रद्धांजलि के रूप में एक नई परियोजना लेकर आ रहे हैं और एससीडी गवर्नमेंट कॉलेज में 25 एकड़ में एक सभागार, स्मारक और पुस्तकालय बनेगा।” बता दें कि जब अटल बिहारी वाजपेयी के नाम वाली इस आवासीय परियोजना का नाम बदलकर साहिर लुधियानवी के नाम पर रखने का फैसला किया तो उसका राजनीतिक हलकों में जबर्दस्त विरोध हुआ था।

गौरतलब है कि इस आवासीय परियोजना की शुरुआत 2011 में की गई थी। तब राज्य में शिरोमणि अकाली दल (SAD) की सरकार थी। बीजेपी भी इसमें साझेदार थी। लेकिन लॉन्चिंग के बाद यह परियोजना दो बार रद्द कर दी गई। पहली बार दिसंबर 2017 में। वजह बताई गई खरीदारों का उम्मीद से कम आवेदन मिलना। इसके बाद जनवरी 2019 में एलआईटी ने 636 फ्लैटों के लिए नया सर्वे किया। नए सिरे से आवेदन माँगे। करीब 800 लोगों ने फ्लैट खरीदने में दिलचस्पी दिखाते हुए 10000 रुपए जमा किए। भी कर दिए। लेकिन जनवरी 2020 में फिर से इसे रद्द कर दिया गया। आवेदकों को आज भी पैसा वापस मिलने का इंतजार है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया