क्रांतिकारियों के सम्मान समारोह में नहीं पहुँचे राहुल गाँधी, इंतजार करते रह गए परिजन: केरल में कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को माँगनी पड़ी माफ़ी

क्रांतिकारियों के सम्मान समारोह में नहीं पहुँचे राहुल गाँधी (फोटो साभार: CNN)

बिखरती हुई कॉन्ग्रेस को जोड़ने के उद्देश्य से राहुल गाँधी ‘भारत जोड़ो’ यात्रा कर रहे हैं। हालाँकि, उनकी यह यात्रा लगातार विवादों से घिरी रही है। शुक्रवार (9 सितंबर, 2022) को हिंदू विरोधी टिप्पणियों के लिए कुख्यात पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मिलने के कारण राहुल गाँधी पर सवालिया निशान लगाए गए थे। और अब, वह केरल में क्रांतिकारियों के सम्मान कार्यक्रम में नहीं पहुँचे हैं। इसके बाद प्रदेश कॉन्ग्रेस अध्यक्ष को माफी माँगनी पड़ी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तिरुवनंतपुरम के NIMS हॉस्पिटल में केरल के दो क्रांतिकारियों केई मेमन और पद्मश्री पी गोपीनाथन नायर के स्मारक का अनावरण होना था। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए क्रांतिकारियों के परिवार की तरफ से केरल प्रदेश कॉन्ग्रेस कमिटी के प्रमुख सुधाकरण की मौजूदगी में राहुल गाँधी को आमंत्रण दिया गया था। लेकिन, इसके बाद भी उन्होंने इस कार्यक्रम में पहुँचना उचित नहीं समझा।

बताया जा रहा है कि क्रांतिकारियों के स्मारक अनावरण समारोह में शामिल होने के लिए प्रदेश कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सुधाकरण, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता एमएम हसन और स्थानीय सांसद शशि थरूर पहुँचे थे। लेकिन, काफी इंतजार के बाद भी राहुल गाँधी यहाँ नहीं पहुँचे। इसके बाद प्रदेश कॉन्ग्रेस प्रमुख सुधाकरण का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह क्रांतिकारियों के परिवार के सदस्यों से माफी माँगते नजर आ रहे हैं।

बता दें कि राहुल गाँधी ने शुक्रवार को हिंदू विरोधी टिप्पणियों के लिए कुख्यात पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान हुई एक चर्चा का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था। इसमें देखा जा सकता है कि जीसस के बारे में पूरी चर्चा हो रही है। पादरी राहुल गाँधी को समझा रहे हैं कि यीशु ही असल में ईश्वर हैं।

राहुल गाँधी को पानी की तीन अवस्थाओं का उदाहरण देकर समझाया जा रहा है कि राहुल गाँधी ईश्वर के पुत्र हैं। वहीं बीच में जॉर्ज पोन्नैया कहते हैं कि जीसस ही असली भगवान हैं, वो शक्ति और हिंदू देवताओं जैसे नहीं हैं। पोन्नैया को वीडियो में कहते सुना जा सकता है, “वह (जीसस) मानव के तौर पर जन्मे असली भगवान हैं। शक्ति (हिंदू देवी) और अन्य की तरह नहीं।”

खुद को जनेऊधारी बताने वाले राहुल गाँधी को हिंदू देवताओं के ऐसे अपमान पर वीडियो में चुपचाप बैठे पादरी की बातों को सुनते देखा जा सकता है। पादरी ये दर्शाते रहा है कि जीसस ही असली भगवान हैं जबकि हिंदू देवता काल्पनिक हैं। लेकिन, राहुल इस पर कुछ नहीं बोलते।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया