प्रयागराज पहुँचे बाबा रामदेव ने जम्मू-कश्मीर मामले पर मोदी सरकार द्वारा लिए गए निर्णय का स्वागत करते हुए जल्द ही राम मंदिर बनने की बात कही। उन्होंने इस दौरान देश के मुसलमानों से अपील की कि वे सभी अपने पूर्वजों का सम्मान करते हुए राम मंदिर के निर्माण के समर्थन में खड़े हों। उन्होंने मुसलमानों से कहा कि हमारे मजहब अलग हो सकते हैं लेकिन हमारे पूर्वज एक ही हैं।
https://twitter.com/AmulyaKumarPan8/status/1159374979600805888?ref_src=twsrc%5Etfwइस बातचीत के दौरान उन्होंने बोला, “हमारे पूर्वज राम हैं, कृष्ण हैं, शिव हैं और गौतम पतंजलि जैसे कई ऋषि मुनि हैं। इसलिए उनका (मुसलमानों) का डीएनए कहीं बाहर का नहीं है।” उनकी मानें तो देश में रह रहे मुसलमान कहीं मक्का-मदीना, मिस्र, यूनान और ईरान से नहीं आए हैं। वे यही के हैं।
https://twitter.com/ranahimachal198/status/1159346526147108864?ref_src=twsrc%5Etfwजनसत्ता की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि राम मंदिर का हल मध्यस्ता से निकलने वाला मामला नहीं है, अब इसमें अदालत को साहस करना होगा। क्योंकि अगर ये मामला मध्यस्ता से सुलझने वाला होता तो अब तक हो गया होता। उनका कहना है कि अगर इस मामले में कोर्ट से सही निर्णय नहीं हो तो कानून के जरिए मंदिर बनाना होगा। लेकिन राम मंदिर बनकर रहेगा।
https://twitter.com/Jansatta/status/1159316640086945792?ref_src=twsrc%5Etfwप्रयागराजम में नरेंद्र गिरी से मिलने बागंभरी मंदिर पहुँचे रामदेव ने कहा, “हनुमान जी के दर्शन से अभिभूत हूँ। मजहब से बड़े अपने पूर्वज होते हैं इसलिए मुसलमानों को खड़ा होकर समर्थन करना चाहिए। हमारे और मुसलमानों के डीएनए एक है, ये मक्का-मदीना से नहीं आए। पूर्वज हमारे एक है, राम हैं, कृष्ण हैं, शिव हैं।”
इस दौरान वे कहते हैं कि राम मंदिर बनना ही चाहिए और बनकर भी रहेगा। उन्होंने कहा है कि यदि कोर्ट का फैसला आने में देरी होती है तो यह देश का दुर्भाग्य होगा।