सपा प्रवक्ता ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर कार्रवाई की माँग की, बताया धर्मद्रोही: रामचरितमानस का समर्थन करने पर अपनी ही नेता को भला-बुरा बोल रहे सपाई

रामचरितमानस पर सपा में संघर्ष (फाइल फोटो)

रामचरितमानस के खिलाफ लगातार बयान दे रहे समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ उन्हीं की पार्टी की नेता खड़ी हो गई हैं। सपा प्रवक्ता डॉक्टर रोली तिवारी मिश्रा ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर रासुका लगाने की माँग तक कर दी है। डॉक्टर रोली ने एक के बाद एक ट्वीट कर स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा। उन्होंने योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई की अपील की।

सपा प्रवक्ता रोली तिवारी ने ट्विटर पर अपनी ही पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रोली तिवारी ने शुक्रवार (3 फरवरी, 2023) की सुबह स्वामी प्रसाद मौर्य पर धार्मिक उन्माद और जातीय संघर्ष फैलाने की कोशिश का आरोप लगाया। उन्होंने स्वामी प्रसाद को धर्मद्रोही करार देते हुए राष्ट्र के लिए खतरा बताया। रोली तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य पर रासुका लगाकर कार्रवाई की माँग की।

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने पूछा कि सनातन धर्म के खिलाफ़ साजिश कर हिंदू जातियों को बाँटकर क्या देश में गृहयुद्ध जैसी भूमिका रची जा रही है?

रोली तिवारी कई दिनों से सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ हमलावर हैं। गुरुवार (2 फरवरी, 2023) को अपने एक ट्वीट में रोली तिवारी ने स्वामी प्रसाद मौर्य को रामचरितमानस पर शास्त्रार्थ का चैलेंज दिया था। उन्होंने लिखा, “मैं अपनी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री स्वामी प्रसाद मौर्य को श्रीरामचरितमानस पर जनता के सामने Live शास्त्रार्थ के लिए आमंत्रित करती हूँ। अगर मैं उनसे हार गई तो राजनीति छोड़ दूँगी।”

एक गुरुवार (2 फरवरी, 2022) को हीं एक अन्य ट्वीट में रोली यह कह रही थीं कि यदि उन्हें राजनीतिक भविष्य और सनातन धर्म में से उन्हें किसी एक को चुनना पड़ा तो वे सनातन धर्म को चुनेंगी। ठीक एक दिन बाद शुक्रवार (3 फरवरी) को वे लिखती हैं कि एक तरफ राजनीतिक पद लाभ थे दूसरी तरफ प्रभु श्रीराम और रामचरितमानस मैंने प्रभु श्रीराम को चुना। उनकी इन ट्वीट्स के समाजवादी पार्टी के समर्थक ही उन पर हमला कर रहे हैं।

रोली तिवारी के ट्वीट का स्क्रीन शॉट

बता दें कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को बकवास बताते हुए प्रतिबंध की माँग की थी। इसके बाद उन्हें साधु-संतो और महंतों की नाराजगी का सामना करना पड़ा था। इसके बाद मौर्य ने हिंदू संतों और महंतों को ‘आतंकवादी’ व ‘जल्लाद’ कहा था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया