संदेशखाली में उमड़ा भगवा सैलाब, ‘जय भवानी-जय शिवाजी’ के नारों से गूँजा 4 किमी लंबा जुलूस: लोग बोले- बंगाल में कमल खिलना तय

संदेशखाली में दिखी भगवा रहर

लोकसभा चुनावों के बीच बंगाल में पोइला बैशाख के मौके पर भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा ईकाई और बशीरहाट जिला संगठन ने संदेशखाली के राजबाड़ी इलाके में जुलूस निकाला। इस दौरान पार्टी के दिग्गज नेता सुवेंदु अधिकारी भी उनके साथ रहे। अधिकारी ने इस जुलूस की एक वीडियो को शेयर भी किया है।

वीडियो में देख सकते हैं कि काफी मात्रा में भाजपा समर्थक सड़कों पर हैं। हाथ में तिरंगे के साथ भारतीय जनता पार्टी का झंडा है और साथ में कमल का निशान है। सुवेंदु अधिकारी ने इसे शेयर करते हुए कहा- “पोइला बैशाख के शुभ अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा और भाजपा बशीरहाट संगठनात्मक जिले ने संदेशखाली के राजबाड़ी क्षेत्र में एक रंगारंग और आनंदमय जुलूस का आयोजन किया। मैंने भी जुलूस में भाग लिया और हजारों लोगों के साथ चला। भाजपा बंगाल कार्यकर्ताओं ने, बंगाली नव वर्ष के शुभ अवसर पर लोगों से मिलकर उन्हें शुभकामानाएँ दीं।”

इस वीडियो को देखने के बाद अब हैरानी जताई जा रही है कि आखिर बंगाल में भगवे की सुनामी कहाँ से आई। कुछ लोग ये भी दावा कर रहे है कि 4 किलोमीटर तक निकाले गए इस जुलूस में लोग ‘जय भवानी-जय शिवाजी’ के जोर-जोर से नारे लगा रहे थे और शाहजहाँ और औरंगजेब के खिलाफ भी नारेबाजी की जा रही थी।

अमित ठाकुर ने लिखा, “यही तो बंगाल को बदल रहा है। पोइला बैशाक आयोजन में जनता का सैलाब उमड़ आया है। बंगाल में कमल खिलना तय है।”

सनी राज लिखते हैं- संदेशखाली में सुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भगवे का लहर। तृणमूल कॉन्ग्रेस के लिए ये डराने वाले विजुल्स हैं।

अभिषेक भारद्वाज कहते हैं- संदेशखाली में भगवे की लहर देखी गई है, अब जाकर लगता है कि बंगाल के लोग बदलाव चाहते हैं।

बता दें कि बंगाल का संदेशखाली पिछले कई समय से चर्चा में था।फरवरी माह में यहाँ की महिलाओं ने टीएमसी नेता शेख शाहजहाँ के विरुद्ध आवाज बुलंद करते हुए बताया था कि किस तरीके से उनके साथ टीएमसी के गुंडे उनपर अत्याचार करके उनकी जमीन कब्जा रहे थे और उनका शोषण कर रहे थे… जब संदेशखाली की यह आवाज राष्ट्र के कोने-कोने तक पहुँची तो इस मामले पर एक्शन लिया गया और आखिर में जाकर शेख शाहजहाँ की गिरफ्तारी हुई। अब इसी जगह से भाजपा ने संदेशखाली की एक पीड़िता रेखा पात्रा को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया