अखिलेश यादव की तुलना भगवान श्रीकृष्ण से, सपा का नया वीडियो: फिर से लैपटॉप का वादा

समाजवादी पार्टी ने जारी किया नया वीडियो, अखिलेश यादव को बताया 'कृष्ण' (साभार: डेक्कन हेराल्ड)

उत्तर प्रदेश में अगले साल (2022) में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया पर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का एक वीडियो रिलीज किया है। इसमें अखिलेश यादव को भगवान श्रीकृष्ण के रूप में प्रोजेक्ट किया गया है। इसमें कहा गया है कि ‘मुरलीधारी कृष्ण बदलकर वेश आ रहे हैं, अखिलेश आ रहे हैं, अखिलेश आ रहे हैं।’

सपा नेता राजकुमार भाटी द्वारा लिखे गए इस गाने में अखिलेश यादव का गुणगान करते हुए उनके द्वारा जारी की गई योजनाओं को दिखाया गया है। इस वीडियो को पार्टी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर शेयर किया गया है। इसमें जनता को वादों का लॉलीपॉप दिखाते हुए दावा किया गया है कि सपा सरकार के प्रदेश की सत्ता में वापसी से यहाँ के किसान, शिक्षा समेत दूसरी सुविधाओं की हालत पहले से बेहतर होगी।

इसके अलावा वीडियो में सपा ने दोबारा से सत्ता में आने पर छात्रों को फिर से लैपटॉप देने का वादा किया गया है। गाने में कहा गया है, आ जाओ अखिलेश तुम्हें उत्तर प्रदेश बुलाता है। इसमें कहा गया है कि गाँव, गरीब और दलित सभी अखिलेश यादव को ही सीएम की कुर्सी पर देखना चाहते हैं।

https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1404795895351332873?ref_src=twsrc%5Etfw

गौरतलब है कि 2022 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। इस कड़ी में बुधवार (16 जून 2021) को भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था, “भाजपा का छलावा बहुत हो गया है, बीजेपी को जनता सबक सिखाएगी। आज सत्ताधारी सोच रहे हैं कि काश वो भ्रस्टाचार का नाम और झूठ के रंग बदल पाते। आज दुनिया भर की आस्थावान जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है। ये भाजपा का भ्रस्टाचार है।”

https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1403187170811080709?ref_src=twsrc%5Etfw

इससे पहले उन्होंने 11 जून 2021 को भी अखिलेश ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था, “इधर बेकारी-बेरोज़गारी रिकॉर्ड तोड़ रही है, उधर महंगाई कमर तोड़ रही है। न मनरेगा में काम है, न स्किल मैपिंग का कहीं अता-पता है और न ही इंवेस्टमेंट मीट के निवेश का। व्यापार, कारोबार, दुकानदारी, कारीगरी सब ठप्प है।” सपा प्रमुख ने भाजपा सरकार के बंदरबाँट में उलझे होने और जनता के उम्मीद खोने का दावा किया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया