‘नई संसद में होनी चाहिए नमाज के लिए जगह’ : सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने रखी माँग, कहा- नफरत फैला रखा है, क्या देंगे?

'नई संसद में होनी चाहिए नमाज के लिए जगह' : सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (साभार-NDTV)

“नई संसद में नमाज के लिए भी जगह होनी चाहिए।” – यह माँग कोई और नहीं बल्कि अक्सर अपने विवादित बयानों से चर्चा में बने रहने वाले समाजवादी पार्टी के लोकसभा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने रखी है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शफीकुर्रहमान बर्क ने मंगलवार (19 सितम्बर, 2023) को संसद भवन के बाहर प्रेस से बात करते कहा, “देखिए नवाज पढ़ने के लिए तो जगह यहाँ भी नहीं है। नई संसद में भी मुसलमानों के नमाज के लिए भी जगह होनी चाहिए थी। इन लोगों ने नफरत फैला रखा है। क्या जगह देंगे, मुसलमान से नफरत फैला रखी है।”

वहीं जब उनसे जोर देकर दोबारा पूछा गया कि नई संसद में नमाज के लिए जगह होनी चाहिए थी या नहीं? तो बर्क ने सीधे कहा, “होनी चाहिए नमाज के लिए जगह, मुसलमानों के लिए जब नमाज का वक़्त हो जाता है तो उनके लिए भी कोई जगह होनी चाहिए थी लेकिन अभी उन्होंने देखी नहीं है कि है या नहीं है।” उनके बयान का वीडियो भी सामने आया है।

विवादों से है शफीकुर्रहमान बर्क का गहरा नाता

हालाँकि, यह पहली बार नहीं जब उन्होंने इस तरह की बातें की हो। संसद विधायी जगह जब वहाँ भी वह नमाज के लिए जगह की माँग कर सकते हैं तो और क्या कहा जाए। बता दें कि लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद से ही शफीकुर्रहमान बर्क कई बार विवादों में आ चुके हैं। एक बार उन्होंने कहा था कि वंदे मातरम इस्लाम के खिलाफ और मुस्लिम इसका पालन नहीं कर सकते। 

वहीं अभी हाल ही में एक बार फिर अयोध्या में खुदाई के दौरान मिली मूर्तियों पर सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा था, “वहाँ मस्जिद थी और हमेशा मस्जिद ही रहेगी।”

बता दें कि शफीकुर्रहमान बर्क दूसरी बार तब विवादों से घिरे, जब उन्होंने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे का बचाव किया। बता दें कि शफीकुर्रहमान बर्क ने अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा भारत के स्वतंत्रता संग्राम से कर दी थी और इसे सही ठहराया था। वहीं बुर्का से लेकर हलाला तक वह सभी इस्लामिक कुरीतियों का बचाव करते आए हैं। 

कल ही PM मोदी ने किया था बर्क का जिक्र

गौरतलब है कि नए संसद भवन में सरकार के विधायी कामकाज 20 सितंबर से शुरू हो रहे हैं। वहीं संसद के विशेष सत्र के पहले दिन 18 सितम्बर, 2023 को संसद में 75 साल की संसदीय यात्रा पर जब चर्चा हो रही थी। तब चर्चा की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण से की।

तब लोकसभा में संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का जिक्र करते हुए कहा, “आजादी के बाद साढ़े सात हजार से ज्यादा सांसदों ने अब तक इस सदन में अपना योगदान दिया है। इनमें एक सांसद ऐसे भी हैं जो 93 साल के हैं और अभी भी लोकसभा के सदस्य हैं।” यह किसी और का नहीं बल्कि शफीकुर्रहमान बर्क का जिक्र कर रहे थे। वहीं आज बर्क ने नमाज के जगह की माँग रखकर फिर से माहौल गर्मा दिया है। 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया