‘अटल टनल’ से गायब हो गया सोनिया गाँधी के शिलान्यास वाला शिलापट्ट: कॉन्ग्रेस ने दी आंदोलन की धमकी

सोनिया गाँधी (बाएँ) और 'अटल टनल' के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी (दाएँ)

हिमाचल प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कॉन्ग्रेस ने धमकी दी है कि वो राज्य भर में विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रही है। पार्टी का आरोप है कि ‘अटल टनल’ के शिलान्यास से सम्बंधित एक सोनिया गाँधी का भी शिलापट्ट था, जो गायब हो गया है। भाजपा का कहना है कि इसे हटा दिया गया है। रोहतांग पास के नजदीक हाल ही में पीएम मोदी द्वारा देश को समर्पित किए गए ‘अटल टनल’ का काम कई सालों से चल रहा था, जो अभी पूरा हुआ।

साल 2010 में जब मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए-2 की सरकार चल रही थी, तब गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने जून महीने में ‘अटल टनल’ का शिलान्यास किया था। कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौड़ ने कहा है कि पीएम मोदी ने अक्टूबर 3, 2020 को इसका उद्घाटन किया, उससे पहले ही सोनिया गाँधी के नाम वाला शिलान्यास के समय की तख्ती वहाँ से हटा दी गई।

उन्होंने इसके लिए राज्य में जयराम ठाकुर की सरकार और स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। साथ ही उन्होंने धमकी दी है कि अगर सरकार 15 दिनों के भीतर इस शिलापट्ट को वापस अपनी जगह पर नहीं लगवाती है तो राज्यव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा। बताया गया है कि जून 28, 2010 को जब सोनिया गाँधी ने कॉन्ग्रेस नेता वीरभद्र सिंह और पूर्व-मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की उपस्थिति में इसका शिलान्यास किया था।

राठौड़ ने कहा कि वो उस शिलापट्ट को हटाए जाने की सूचना से अवाक् हैं। उन्होंने कहा कि ये सरकार और पुलिस की जिम्मेदारी है कि वो शिलापट्ट जहाँ कहीं भी हो, उसे ढूँढ कर, वापस अपनी जगह पर लगवाएँ। कॉन्ग्रेस पार्टी का कहना है कि उसके कार्यकाल की लाहौल-स्पीति, सोलन और किन्नौर सहित कई जगहों पर लगे शिलापट्ट गायब होने की ख़बरें आ रही हैं। इस मामले में कई FIR भी दर्ज हुए हैं।

कॉन्ग्रेस पार्टी का आरोप है कि तमाम FIR दर्ज करने के बावजूद इन घटनाओं पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। राठौड़ ने आरोप लगाया कि तमाम शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई न होने बताता है कि सत्ताधारी पार्टी को खुश करने के लिए प्रशासन ये सब कर रहा है। ताज़ा मामले में के जिलाध्यक्ष जियाचेन ठाकुर ने केलांग पुलिस को और ब्लॉक कॉन्ग्रेस कमिटी मनाली के अध्यक्ष हरि चंद शर्मा ने मनाली पुलिस को इस संबंध में तहरीर दी है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (अक्टूबर 3, 2020) को प्रातः 10 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रोहतांग में 9.02 किलोमीटर लम्बे ‘अटल टनल’ का उद्घाटन किया था। इससे मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर घट गई है, अर्थात 4-5 घंटे कम हो गई है। ये दुनिया की सबसे लम्बी राजमार्ग टनल है, जो पूरे साल मनाली को लाहौल-स्पीति घाटी से जोड़ कर रखेगी। इससे पहले ठंड में बर्फबारी के कारण ये घाटियाँ अलग-थलग हो जाती थीं।

ये टनल हिमालय की पीर पंजाल शृंखला में औसत समुद्र तल (MSL) से 3000 मीटर (10,000 फीट) की ऊँचाई पर अत्याधुनिक तकनीक और संरचनाओं के साथ बनाई गई है। अटल टनल का दक्षिण पोर्टल (SP) मनाली से 25 किलोमीटर दूर 3060 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है, जबकि इसका उत्तर पोर्टल (NP) लाहौल घाटी में तेलिंगसिस्सुगाँव के पास 3071 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया