हरियाणा: नसीम अहमद और मामन ख़ान के समर्थकों के बीच हिंसक संघर्ष, पत्थरबाजी और फायरिंग

दो विधानसभा उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच हिंसक संघर्ष (प्रतीकात्मक चित्र)

फिरोजपुर झिरका विधानसभा के मलहाका गाँव में सोमवार (अक्टूबर 21, 2019) को मतदान के दौरान दो गुट आपस में भिड़ गए। भाजपा उम्मीदवार नसीम अहमद के समर्थक एवं कॉन्ग्रेस उम्मीदवार मामन खान के समर्थक आपस में उलझ गए। झगड़े के दौरान न केवल लाठी और डंडे चले बल्कि जमकर पथराव भी हुआ। कुछ लोगों ने तो झगड़े के दौरान फायरिंग होने की बात भी कही। हालात को देखते हुए पुलिस कुछ देर बाद दल-बल के साथ मल्हाका गाँव के पोलिंग बूथ 128 पर पहुँची और उस बूथ पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी। झगड़े में मामन खान के समर्थक शब्बीर, रसमीना, पप्पू, मुस्ती जाहिदा, बिलाल, साहबदीन, शेरू इत्यादि को चोटें आई हैं।

इसके अलावा भाजपा समर्थक के भी घायल होने की खबर मिल रही है। पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए पुनहाना सीएचसी भिजवा दिया है। कुछ घायलों की स्थिति ज्यादा खराब होने के चलते उनको अल-आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा रेफर किया गया है। एसपी संगीता कालिया ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि नूह जिले में भी छिटपुट घटनाएँ हुई हैं। पुलिस ने सख्ती बरतते हुए एफआईआर दर्ज की है। शांतिपूर्ण मतदान के लिए न केवल एसपी केवल खुद बूथों पर जायजा ले रही हैं, बल्कि जिले के कई डीएसपी अलग-अलग इलाकों में बूथों पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं।

एसपी ने कहा छिटपुट झड़पों के बाद तनाव नहीं है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। 10 अतिरिक्त कम्पनियाँ वहाँ सुरक्षा में लगाई गई हैं, जहाँ पर छिटपुट घटनाओं की शिकायत मिल रही है। एसपी ने बताया कि या तो वो ख़ुद वहाँ पहुँच रही हैं या फिर पुलिस के अन्य अधिकारी व कर्मचारी वहाँ जाकर हालात को सामान्य कर रहे हैं। कुल मिलाकर नूह जिले के तीनों ही विधानसभा क्षेत्रों में लगातार बूथों पर कार्यकर्ताओं के उलझने और घायल होने की खबरें मिल रही हैं।

दोपहर तक नूह विधानसभा के सलम्बा, फिरोजपुर झिरका विधानसभा के डूंगेजा और मल्हाका, पुन्हाना विधानसभा के पापड़ा, सिंगार, लहरवाड़ी इत्यादि गाँवों में कार्यकर्ताओं में झगड़े की खबरें मिली हैं। गनीमत यह रही झगड़ों में अभी तक किसी की जान जाने की खबर नहीं मिली है। दूसरी तरफ अगर हम बात करें तो कई गाँवों में ईवीएम की खराबी की वजह से कुछ घंटे मतदान बाधित हुआ है, लेकिन इतनी झड़प होने के बावजूद भी लोकतंत्र के पर्व में मतदाता उत्साह के साथ मतदान करने में लगे हुए हैं।

खास बात तो यह है कि मल्हाका गाँव में खूनी संघर्ष के बाद भी मतदाताओं ने वोट डालने का सिलसिला जारी रखा। लूहिंगाकलाँ गाँव में बीएसएफ की तैनाती से शांतिपूर्ण मतदान चलता हुआ इस बार दिखाई दिया तो पापड़ा गाँव में कहासुनी के बाद बूथ सुनसान रहा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया