पत्नी की फोटो दिखा स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब माँ लक्ष्मी का किया अपमान, यूजर्स ने ‘माँग का सिंदूर’ दिखा सपा नेता का ‘बवासीर’ निकाला

दिवाली पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने की पत्नी की पूजा, माँ लक्ष्मी पर उठाए सवाल (फोटो साभार: फेसबुक हैंडल)

समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिवाली त्योहार और माँ लक्ष्मी का भी मजाक बनाया है। वो अक्सर हिन्दू विरोधी ट्वीट्स के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास कृत रामचरितमानस को भी भला-बुरा कहा था। अब स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिवाली पर अपनी पत्नी की पूजा करते हुए तस्वीरें शेयर की हैं। उन्होंने माँ लक्ष्मी पर भी सवाल खड़ा किए। बता दें कि दिवाली में माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जिन्हें धन-धान्य एवं समृद्धि की देवी माना गया है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, “दीपोत्सव के अवसर पर अपनी पत्नी का पूजा व सम्मान करते हुए कहा कि पूरे विश्व के प्रत्येक धर्म, जाति, नस्ल, रंग व देश में पैदा होने वाले बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो कान, दो आँख, दो छिद्रों वाली नाक के साथ एक सिर, पेट व पीठ ही होती है, चार हाथ, आठ हाथ, दस हाथ, बीस हाथ व हजार हाथ वाला बच्चा आज तक पैदा ही नहीं हुआ तो चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती है?”

इसके साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने ये ‘ज्ञान’ भी दिया कि यदि आप लक्ष्मी देवी की पूजा करना ही चाहते हैं तो अपने घरवाली की पूजा व सम्मान करें जो सही मायने में देवी है क्योंकि आपके घर-परिवार का पालन-पोषण, सुख-समृद्धि, खान-पान व देखभाल की जिम्मेदारी बहुत ही निष्ठा के साथ निभाती है। तस्वीरों में स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी पत्नी को तोहफे देते हुए दिख रहे हैं। साथ ही कमरे में बुद्ध की एक प्रतिमा भी नज़र आ रही है जिस पर फूल चढ़ाए गए हैं।

इस दौरान लोगों ने स्वामी प्रसाद मौर्य को लताड़ भी लगाई। गिरिराज सैनी नामक व्यक्ति ने उन्हें लिखा, “स्वामी जी, आपकी पत्नी सिंदूर क्यों लगती है, क्या सिंदूर लगाने से ही उसका पति जीवित रहता है? अगर नहीं रहता तो यह क्या ढोंग कर रखा है? सुधारो अपने-आप को नहीं तो प्रजा में क्या मैसेज जाएगा।” बता दें कि तस्वीर में स्वामी प्रसाद मौर्य की पत्नी सिन्दूर लगाई हुई दिख रही हैं, जो हिन्दू परंपरा है जिसे वो अक्सर गाली देते फिरते हैं।

वहीं रूपेश आयुष सराठे नामक व्यक्ति ने लिखा, “सही है पत्नी की पूजा करना, वह कितनी महान महिला है जो तेरे जैसे असुर को झेल रही हैं।” उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य को ‘राक्षस’ करार दिया। कॉन्ग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उनके मुँह में बवासीर हो गया है और उन्हें इलाज की बहुत ज़रूरत है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बोलने पर पाबन्दी लगाई जाए।

बता दें कि हाल ही में कोर्ट ने भी कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य को रामचरितमानस की चौपाइयों को समझने की ज़रूरत है। इससे पहले बागेश्वर धाम वाले बाबा पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के बयान का विरोध करते हुए उन्होंने कहा था कि आज तक भारत कभी हिंदू राष्ट्र था ही नहीं। जब आज तक भारत हिंदू राष्ट्र था ही नहीं तो अब हो भी नहीं सकता, क्योंकि भारत का संविधान पंथ निरपेक्ष विचारधारा पर आधारित है, जिसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख ईसाई सब भाई-भाई हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य ये भी कह चुके हैं कि ब्राह्मणवाद की जड़े बहुत गहरी हैं और सारी विषमता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। उन्होंने दावा किया था कि हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है। उन्होंने कहा था कि सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फँसाने की एक साजिश है। इस पर लोगों ने उनके मुँह को गटर बताते हुए कहा था कि ये जब भी खुलता है, गंदगी ही निकलती है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया