मंत्री के काफिले के लिए रोकी गई एंबुलेंस, तमिलनाडु में DMK का VVIP कल्चर: सलामी देती रही पुलिस, कलक्टर सहित कई अधिकारी स्वागत में

शिक्षा मंत्री के काफिले को रास्ता देने के लिए पुलिस ने एंबुलेंस को रोका (फोटो साभार: IANS/Times Now)

तमिलनाडु के तंजावुर (Tamil Nadu’s Thanjavur) में सोमवार (8 अगस्त, 2022) को एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई। कुंभकोणम शहर में राज्य के शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी (Anbil Mahesh Poyyamozhi) के काफिले को रास्ता देने के लिए एक एंबुलेंस को रोका गया। एंबुलेंस मंत्री का काफिला गुजरने तक सायरन बजाते हुए इंतजार करती रही। काफिले के गुजरने के लिए एंबुलेंस को कुंभकोणम में एक पुल के पास रोकने का वीडियो वायरल होने के बाद अंबिल महेश पोय्यामोझी ने इस घटना आलोचना की है।

टाइम्स नाउ‘ के मुताबिक, बाढ़ रोकथाम कार्य की समीक्षा करने जा रहे मंत्री के काफिले में करीब 20-25 कारें थीं। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि एम्बुलेंस को पूरा काफिला गुजरने तक इंतजार करना पड़ा। वीडियो के अनुसार, एक पुलिसकर्मी भी एम्बुलेंस के पास खड़ा होकर कारों के गुजरने पर सलामी देते हुए दिखाई दे रहा है। मंत्री के साथ कलेक्टर और अन्य अधिकारी भी थे। मंत्रियों के सभी वाहन जाने के बाद एंबुलेंस को रास्ता दिया गया।

सोशल मीडिया पर लोगों के आक्रोश व्यक्त करने पर पर अंबिल महेश ने सफाई देते हुए कहा, “अनाईकट्टी पुल (Anaikatti Bridge) का केवल एक हिस्सा आवाजाही के लिए खुला हुआ था, क्योंकि दूसरी हिस्से की मरम्मत की जा रही थी। पुल संकरा है, इसलिए वाहनों को लाइन में जाने दिया जा रहा था।”

विपक्षी दलों ने इस घटना की आलोचना की है। उन्होंने मंत्री के साथ-साथ इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) ने कहा कि मंत्री आम आदमी के प्रति असंवेदनशील हो गए हैं। चैनल से बातचीत में अन्नाद्रमुक के प्रवक्ता कोवई सत्यन (Kovai Sathyan) ने याद दिलाया कि सीएम ने कहा था कि वह अपने काफिले को 50 फीसदी कम करने जा रहे हैं, जो अभी तक नहीं हुआ है। वहीं भाजपा के प्रवक्ता नारायणन तिरुपति (Narayanan Tirupathy) ने माँग की है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को मंत्री समेत इसके लिए जिम्मेदार लोगों को निलंबित करना चाहिए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया