‘पिताजी को अस्पताल में गीता पढ़ने से रोक दिया’: तेज प्रताप का आरोप; उधर पर्ची देख कर भी ठीक से भाषण नहीं पढ़ पाए तेजस्वी यादव, देखें वीडियो

तेज प्रताप यादव अपने भाई भाई तेजस्वी यादव के साथ (फाइल फोटो साभार: PTI)

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) इन दिनों दिल्ली एम्स में भर्ती हैं, लेकिन उनके नाम पर बिहार में सियासी पारा हाई है। लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमला बोला है। तेज प्रताप ने ऐसे नेताओं पर जल्द कार्रवाई कर पार्टी से बाहर निकालने की धमकी भी दी है।

बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने मंगलवार (12 जुलाई 2022) को अपने ट्वीट में कहा कि कुछ लोग उनके पापा की सेवा में कम और चापलूसी में ज्यादा लगे हुए हैं। ऐसे लोगों को जल्द ही पार्टी से बाहर निकाला जाएगा। लालू के बेटे ने लिखा, “पापा को परिवार और बिहार की जनता की जरूरत है ना कि चापलूसों की…..कुछ बाहरवाले लोग खुद को मुँह मिया मिठ्ठू बता रहे है, भोला भाला बन पिताजी की सेवा का दिखावा कर रहा..ऐसे कपटी और पाखंडी को जल्द बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।”

इससे पहले तेज प्रताप ने एक और ट्वीट किया था, “पिताजी को अस्पताल में श्रीमद भगवत गीता का पाठ करने एवं सुनने से रोक दिया गया, जबकि पिताजी को गीता पाठ पढ़ना एवं सुनना काफी पसंद है……गीता पाठ से रोकने वाले वाले उस अज्ञानी को ये नहीं पता कि इस महापाप की कीमत उसे इसी जन्म में चुकानी होगी।”

सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव का मजाक उड़ाया जा रहा

इन सबके बीच सोशल मीडिया पर लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का ठीक से हिंदी नहीं पढ़ने के कारण मजाक उड़ाया जा रहा है। वह अपने भाषण में लोकतंत्र, समक्ष जैसे आसान शब्दों को देखकर भी ठीक से नहीं पढ़ पा रहे हैं। इसको लेकर दिव्य कुमार सोटी ने लिखा, “लिखी हुई हिंदी भी नहीं पढ़ सकते। धन्य है देश की जनता जो जातिवाद के नाम पर इन जैसों को सांसद-विधायक चुनती है।”

इसके जवाब में एक अन्य यूजर ने लिखा, “जब तक सूरज चाँद रहेगा लालू का बेटा मेरा नाम रहेगा।”

एक और यूजर ने लिखा, “ये राहुल गाँधी के साथ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी भी गया था।”

गौरतलब है कि 3 जुलाई की शाम को लालू प्रसाद यादव राबड़ी आवास में सीढ़ी से उतरने के दौरान गिर गए थे। गिरने की वजह से लालू यादव के दाएँ कंधे में माइनर फ्रैक्चर आ गया था। इसके बाद 4 जुलाई की सुबह उन्हें पटना के पारस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया