मतगणना के दौरान हुई हिंसा, तो उपेंद्र कुशवाहा होंगे जिम्मेदार: बिहार पुलिस

रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (फाइल फोटो)

लोकसभा चुनाव के लिए डाले गए वोटों की गिनती जारी है। इस दौरान किसी तरह का कोई उपद्रव न हो, इसके लिए पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है। पुलिस मुख्यालय ने बिहार के सभी जिलों के एसपी को अलर्ट भेजा है। इसके साथ ही बुधवार (मई 22, 2019) को एडीजी कुंदन कृष्णन ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के हिंसा भड़काने वाले विवादास्‍पद बयान की जाँच हो रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस कुशवाहा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी और अगर इस बयान से किसी तरह की हिंसा हुई, तो इसके जिम्मेदार उपेंद्र कुशवाहा होंगे।

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गौरतलब है कि एग्जिट पोल सामने आने के बाद महागठबंधन में बौखलाहट चरम पर दिखा। रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार (मई 21, 2019) को पटना में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बयान देते हुए कहा था कि बूथ लूट के बाद रिजल्ट लूट की तैयारी है। अगर ऐसा हुआ, तो सड़कों पर खून बह सकता है। उन्होंने आम जनता व अपने नेताओं से अपील करते हुए कहा कि रिजल्ट लूट को रोकने के लिए हथियार भी उठाना हो तो उठा लें। उनके इस बयान पर एक तरफ जहाँ राजनीतिक महकमे में बवाल मचा हुआ है, तो वहीं अब पुलिस ने इस मामले में संज्ञान लिया है।

जानकारी के मुताबिक, कुशवाहा के इस विवादित बयान के समर्थन में उतरे भभुआ के पूर्व विधायक और लोकसभा चुनाव में बक्सर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रामचंद्र यादव ने हथियार लहराते हुए यहाँ तक कह दिया था कि वो लोकतंत्र को बचाने के लिए गोली चलाने को तैयार हैं। उन्हें बस महागठबंधन के नेता के आदेश का इंतजार है। पुलिस ने इस मामले पर भी संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिया है और रामचंद्र के कैमूर स्थित आवास पर छापा मारा। इस दौरान रामचंद्र द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में लहराए गए हथियार को बरामद कर लिया गया, लेकिन वो घर पर नहीं मिले।

इस मामले में एडीजी कृष्णन ने कहा कि उनके पास बंदूक का लाइसेंस है या नहीं, इसके जाँच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर उसका हथियार अवैध पाया जाता है, तो उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और हथियार जब्त करने के साथ ही लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया