बंगाल पुलिस की ‘सेफ कस्टडी’ में है शाहजहाँ शेख, मोबाइल के साथ पंचसितारा इंतजाम भी मिला: ‘संदेशखाली के हैवान’ पर सुवेंदु अधिकारी का दावा

शेख शाहजहाँ (फोटो साभार : टेलीग्राफ)

पश्चिम बंगाल के कुख्यात संदेशखाली मामले में वांछित सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) का नेता शाहजहाँ शेख को बंगाल पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बंगाल पुलिस ने शाहजहाँ को मंगलवार-बुधवार (27-28 फरवरी 2024) की रात 12 बजे उसे हिरासत में ले लिया। बंगाल भाजपा के नेता सुवेंदु अधिकारी ने ये दावा किया है।

सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बंगाल पुलिस ने शाहजहाँ को अपनी सेफ कस्टडी में लिया है। इसके साथ ही प्रभावशाली मध्यस्थों के माध्यम से पुलिस के साथ समझौते के बाद उसे बरमजुर-2 ग्राम पंचायत से दूर ले जाया गया है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने ऐसा इसलिए किया, ताकि उसकी पुलिस और न्यायिक हिरासत के दौरान उचित देखभाल की जा सके।

सुवेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया साइट X पर अपने पोस्ट में कहा, “संदेशखाली का बदमाश शेख शाहजहाँ कल रात 12 बजे से ममता पुलिस की सुरक्षित हिरासत में है। प्रभावशाली मध्यस्थों के माध्यम से ममता पुलिस के साथ एक समझौते के बाद, उसे बरमजुर-II ग्राम पंचायत क्षेत्र से दूर ले जाया गया, ताकि पुलिस और न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान उनकी उचित देखभाल की जाएगी।”

अपने ट्वीट में उन्होंने आगे कहा, “सलाखों के पीछे रहने के दौरान उसे 5 सितारा सुविधाएँ दी जाएँगी और उसके पास एक मोबाइल फोन भी होगी। इसके माध्यम से वह ‘तोलामूल पार्टी’ का नेतृत्व करने में सक्षम होगा। यहाँ तक कि वुडबर्न वार्ड में एक बिस्तर भी उसके लिए तैयार और खाली रखा जाएगा, ताकि वह चाहे तो वहाँ कुछ समय बिता सके।”

बता दें कि दो दिन पहले कलकत्ता हाई कोर्ट ने कहा था कि संदेशखाली के आरोपित शाहजहाँ शेख को फरारी को लेकर कड़ा रूख अपनाया था और राज्य की ममता बनर्जी सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी। हाई कोर्ट ने कहा कि शेख शाहजहाँ के खिलाफ 4 साल से शिकायतें आ रही हैं। अब तक 42 चार्जशीट दाखिल हो चुके हैं, इसके बावजूद उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? 

हाई कोर्ट ने कहा था कि आरोपित को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हाई कोर्ट के सख्त रुख को देखते हुए टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने शेख शाहजहाँ की गिरफ्तारी को लेकर बात कही। उन्होंने कहा था कि शेख शाहजहाँ को 7 दिनों के भीतर गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, हाई कोर्ट ने यह भी कहा था कि शाहजहाँ के खिलाफ कोई स्टे ऑर्डर नहीं है।

अदालत ने कहा कि यह लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है कि कोर्ट ने शाहजहाँ की गिरफ्तारी पर स्टे ऑर्डर दिया है। दरअसल, रविवार (25 फरवरी 2024) की शाम को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि कोर्ट के ऑर्डर की वजह से शेख शाहजहाँ को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है।

इसके बाद मंगलवार (27 फरवरी 2024) को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में पुलिस ने शाहजहाँ शेख के करीबी TMC नेता अजित मैती को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर जमीन हड़पने के आरोप हैं। 23 फरवरी को भीड़ ने अजीत मैती के घर हमला कर दिया था और उसे चप्पलों से पीटा था।

दरअसल, सुंदरबन के टापू पर बसे संदेशखाली में महिलाओं ने TMC नेता शाहजहाँ शेख पर यौन उत्पीड़न, जमीन हड़पने, मजदूरी छिनने और मारपीट सहित कई तरह के गंभीर आरोप लगाए थे। महिलाओं का कहना है कि शाहजहाँ शेख जिसे महिला को चाहे उसे अपनी हवस का शिकार बनाता था। इससे पहले शाहजहाँ शेख के घर पर ED ने राशन घोटाला मामले में रेड डाली थी। तब से वह फरार है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया