‘नमाज पढ़ने के लिए कमरा तो हनुमान चालीसा के लिए चाहिए हॉल’: झारखंड में गहराया विवाद, बीजेपी नेता मंदिर के लिए भी तैयार

'नमाज पढ़ने के लिए कमरा तो हनुमान चालीसा के लिए चाहिए हॉल': झारखण्ड

झारखंड के नए विधानसभा भवन में नमाज पढ़ने के लिए अलग से कमरा आवंटित किया गया है, जिससे राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। भाजपा ने इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि राज्य विधानसभा में हिंदुओं को भी ‘हनुमान चालीसा पढ़ने’ के लिए अलग कमरा आवंटित किया जाए।

एक भाजपा नेता ने कहा, “अगर मुसलमान एक अलग कमरे में नमाज पढ़ सकते हैं, तो हिंदुओं को एक अलग कमरे में हनुमान चालीसा पढ़ने की अनुमति क्यों नहीं दी जा सकती है। मैं झारखंड विधानसभा के सचिव से आग्रह करता हूँ कि हिंदुओं को हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए पाँच कमरे या एक हॉल आवंटित किया जाए।”

पूर्व स्पीकर और बीजेपी नेता सीपी सिंह ने भी यही माँग करते हुए कहा कि विधानसभा परिसर में भी मंदिर बनाया जाए। समाचार एजेंसी एएनआई से उन्होंने कहा, “मैं नमाज कक्ष के खिलाफ नहीं हूँ, लेकिन उन्हें झारखंड विधानसभा परिसर में एक मंदिर भी बनाना चाहिए। मैं ये भी माँग करता हूँ कि वहाँ हनुमान मंदिर की स्थापना की जाए। अगर अध्यक्ष ने मंजूरी दी तो हम अपने खर्च पर मंदिर का निर्माण कर सकते हैं।”

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झारखंड के नए विधानसभा भवन में नमाज पढ़ने के लिए कमरा आवंटित करने के फैसले पर आपत्ति जताते हुए भाजपा नेता बाबू लाल मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र का मंदिर लोकतंत्र के मंदिर के रूप में ही रहना चाहिए। मरांडी ने कहा, “झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित करना गलत है। हम इस फैसले के खिलाफ हैं।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2019 में कुटे ग्राम में झारखंड विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन किया था। 465 करोड़ रुपए की लागत से बनी तीन मंजिला इमारत को देश की पहली पेपरलेस असेंबली कहा जाता है। भवन की आधारशिला 12 जून 2015 को रखी गई थी।

गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा सचिवालय के अनुसार, 2 सितंबर को जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य के नए विधानसभा भवन में एक कमरा नमाज पढ़ने के लिए आवंटित किया गया है। विधानसभा के उप सचिव नवीन कुमार के हस्ताक्षर से जारी आदेश में कहा गया है, “नए विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए नमाज कक्ष के रूप में कमरा संख्या TW-348 आवंटित किया जाता है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया