शुद्धिकरण, हवन, पूजा-पाठ… 70 मुस्लिमों ने एक साथ की घर-वापसी: कभी मौलवी और मुस्लिम नेता ने करवा दिया था इस्लामी धर्मांतरण, अब बोले – काफी बदल चुका है समय

मुज़फ्फरनगर में 10 साल पहले मुस्लिम बने 70 लोगों की सनातन धर्म में घर-वापसी (चित्र साभार- वायरल वीडियो स्क्रीनशॉट)

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में सामूहिक घर-वापसी की खबर है। यहाँ 10 परिवारों के 70 लोगों ने इस्लाम त्याग कर घर वापसी की है। लगभग 10 साल पहले इन सभी को किसी मौलवी और मुस्लिम नेता द्वारा इस्लाम कबूल करवाया गया था। शनिवार (23 सितंबर, 2023) को घर वापसी करने वाले सभी लोगों का शुद्धिकरण योग साधना यशवीर आश्रम में हुआ। इस अवसर पर सभी ने वेदमंत्रों के बीच हवन किया और खुद को बेहद खुश बताया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुजफ्फरनगर के ब्लॉक बघरा स्थित योग साधना यशवीर आश्रम में शनिवार को सुबह से लोगों का जमावड़ा होना शुरू हुआ था। यहाँ के स्वामी मृगेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि जोगी समुदाय के लगभग 10 परिवारों ने आज से लगभग 10 साल पहले इस्लाम कबूल किया था। तब धर्मांतरण के लिए किसी मौलवी और स्थानीय मुस्लिम नेता ने इन सभी हिन्दुओं को उकसाया था। घर-वापसी करने वालों ने मौलवी पर डराने-धमकाने और लालच देने का भी आरोप लगाया।

लगभग 10 साल बाद इन सभी लोगों ने फिर से सनातनी बनने की इच्छा जाहिर की। इसी इच्छा के साथ सभी लोग आश्रम पहुँचे थे। यहाँ सभी 70 लोगों का पहले वैदिक विधान से शुद्धिकरण करवाया गया। बाद में सभी ने वेदमंत्रों के बीच पूजा-पाठ और हवन आदि किया। इन 70 लोगों में बच्चे, महिलाएँ, युवा और वृद्ध सभी लोग शामिल थे। इन्हीं में से एक व्यक्ति नाहिद था जो अब अरविंद कुमार बन चुके हैं। एक महिला नाज़िया का नया नाम कविता देवी रखा गया है। ज़ाकिर से सोनू बनने वाले व्यक्ति के मुताबिक, अब समय काफी बदल चुका है। इसी बदलाव ने ज़ाकिर को घर वापसी की प्रेरणा दी।

घर-वापसी करने वाले कुछ अन्य लोगों के नाम इमरान, सलीम, शहनाज, फरमान, मोनू हसन, रुखसाना, रेशमा, अरबाज, रहीश, जैद, आकिल, सलाउदीन, सौफीयान, इस्माइल, माहिरा, रोहिना,लविश, ताहिर, जाकिर, खूशबु, अलीना आदि हैं। घर-वापसी के इस कार्यक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल इस वीडियो में कई लोग एक बड़े हवन कुंड के आगे सामने बैठे आचार्य के साथ हवन कर रहे हैं।

राहुल पाण्डेय: धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।