सिर पर चोट के निशान, हाथ-पाँव टेप से बँधे: पेरिस में 12 साल की लापता लड़की का शव सूटकेस में बरामद, 4 अल्जीरियाई हिरासत में

पेरिस में 12 वर्षीय लापता लड़की मृत पाई गई (फोटो साभार: डेली मेल)

फ्रांस की राजधानी पेरिस में शुक्रवार (14 अक्टूबर 2022) को लापता हुई 12 वर्षीय लड़की मृत पाई गई है। लड़की का शव एक सूटकेस में मिला। शुरुआती जाँच में सामने आया कि पेरिस की 12 साल की लड़की की हत्या में 4 अफ्रीकियों का हाथ है। लड़की के सिर पर कट के कई निशान पाए गए हैं और उसके शरीर पर नंबर लिखे हुए हैं। इस मामले में पूछताछ के लिए स्थानीय पुलिस ने 4 संदिग्ध अल्जीरियाई लोगों को हिरासत में लिया है।

फ्रांसीसी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 12 वर्षीय लड़की का नाम लोला (Missing Paris girl lola) था। पुलिस को उसका शव एक सूटकेस में मिला है। छानबीन में पुलिस ने देखा कि लोला के हाथ और पैर में टेप बाँधी गई थी। उसके सिर पर कई कट के निशान थे और शरीर पर 1 और 0 नंबर लिखा हुआ था। लोला का शव देखने के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि पीड़िता की मौत दम घुटने से हुई।

स्थानीय मीडिया के मुताबिक, जिन संदिग्धों को पकड़ा गया उनके नाम डाहबिया बी, अमीन के, फ्रीहा बी और रचिड एन हैं। इन चारों का जन्म अल्जीरिया में हुआ था। इन्हें इस मामले में सोमवार (17 अक्टूबर 2022) को मजिस्ट्रेट के सामने पेश होने के लिए कहा था। रिपोर्ट के अनुसार, 24 वर्षीय महिला डाहबिया मानसिक रूप से अस्वस्थ है। वह स्कूली छात्रा की हत्या कर सकती है।

बताया जा रहा है कि लोला के माता-पिता द्वारा उसके लापता होने की सूचना देने के कुछ ही घंटों बाद उसके शव को बरामद कर लिया गया। हत्या से कुछ समय पहले लड़की का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया। लड़की के माता-पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी शुक्रवार दोपहर लगभग 3.30 बजे स्कूल के बाद घर नहीं आई।

लड़की के पिता, जो उस बिल्डिंग में केयरटेकर हैं उन्होंने पुलिस को बताया कि उसने अपनी बेटी को यहाँ से एक 20 साल की महिला के साथ सीसीटीवी फुटेज में जाते हुए देखा था। महिला बाद में एक सूटकेस लेकर बाहर निकलती हुई दिखाई दी। पुलिस ने शिकायत मिलने बाद में इस बिल्डिंग के तहखाने से अपहरण के सबूत बरामद किए। फिर रात के करीब 11:30 बजे पुलिस को वो सूटकेस मिला जिसमें लड़की का शव था।

12 साल की बच्ची को क्यों बनाया गया निशाना?

पुलिस ने कहा कि नंबर 1 और 0 को मारी गई बच्ची के शरीर पर एक निशानी के तौर रखा गया था। कुछ लोगों ने यह सवाल उठाया है कि क्या श्वेत लड़की की हत्या एक सीरियल किलर के हाथों की गई है। या फिर उसे एक प्रवासी होने के कारण निशाना बनाया गया है। पेरिस में अभियोजक का कार्यालय इस बात की जाँच कर रहा है कि नंबर 1 और 0 क्या ’15 साल से कम उम्र के नाबालिग की हत्या’ के रूप में दिया गया लेबल है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया