ISIS के 13 आतंकियों को प्रत्यर्पण संधि के तहत भारत को सौंप सकता है अफ़ग़ानिस्तान

अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ़ गनी और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

अफ़ग़ानिस्तान प्रत्‍यर्पण संधि के तहत 13 आतंकवादी भारत को सौंप सकता है। ये वो आतंकी हैं, जिन्होंने पिछले कुछ हफ्तों में अफ़ग़ानिस्तान की राष्ट्रीय सेना के सामने आत्मसर्पण किया था। इनमें 600 से अधिक इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी थे।

इकोनॉमिक टाइम्स की ख़बर के अनुसार, भारत और अफ़ग़ानिस्तान ने पिछले रविवार (25 नवंबर) को अपनी द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि के संचालन को औपचारिक रूप दिया था। ख़बर में काबुल के सूत्रों के हवाले से लिखा गया, “प्रत्यर्पण संधि की औपचारिकता के बाद काबुल ने 13 आईएस आतंकवादियों के प्रत्यर्पण का फ़ैसला किया है।”

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, “आतंकवादियों को उचित प्रक्रिया के बाद भारत को सौंपा जाएगा। यह क़दम दोनों देशों के बीच आतंकवाद-रोधी साझेदारी में महत्वपूर्ण और मील का पत्थर साबित होगा।”

अफ़ग़ानिस्तान के एक अधिकारी ने बताया, “पिछले कुछ हफ्तों में अफगान सुरक्षा बलों के अलग-अलग अभियानों के बाद सैकड़ों इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया था।”

अफ़ग़ानिस्तान के नंगरहार प्रांतीय गवर्नर शाह महमूद मियांखली ने कहा, “पिछले दो सप्ताह में ISIS के 243 आतंकवादी और उनके परिवार के लगभग 400 सदस्य आत्मसमर्पण कर चुके हैं।” पिछले सप्ताह नंगरहार के अचिन ज़िले में सुरक्षा बलों के सामने 51 महिलाओं और 96 बच्चों के साथ 82 सेनानियों ने अपने हथियार सौंप दिए थे।

इससे पहले भी महिलाओं और बच्चों सहित लगभग 300 ISIS सदस्यों ने नंगरहार में अफ़ग़ान विशेष बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। वहीं, दूसरी तरफ, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि जुलाई में अफ़ग़ानिस्तान में ISIS के 2,000 से कम लड़ाके थे। जबकि संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि उस देश में 2,500 और 4,000 लड़ाके थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया