कनाडाई पुलिस ने शनिवार (20 अक्टूबर 2024) को एक बार फिर खालिस्तानी वोटों को साधने के लिए भारत पर निशाना साधा। कनाडा पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत से जनता को कोई ‘तात्कालिक खतरा’ नहीं है। ये बयान उस समय आया है, जब कनाडा की रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP),ने सार्वजनिक रूप से ‘भारत सरकार के एजेंटों’ पर कनाडाई धरती पर हिंसक घटनाओं में शामिल होने का आरोप लगाया था, जिनमें हत्याएँ भी शामिल हैं।
RCMP के शीर्ष अधिकारियों ने भारतीय मीडिया पर भी ‘झूठी’ रिपोर्ट्स फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि कनाडाई पुलिस ‘तथ्यों को सही करने’ की कोशिश कर रही है। RCMP के ये बयान तब आए जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था।
RCMP की असिस्टेंट कमिश्नर ब्रिजिट गॉविन ने कनाडाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (CBC) न्यूज को दिए बयान में कहा, “इस घोषणा के पीछे कोई तात्कालिक खतरा नहीं था।” RCMP ने दावा किया है कि वे ‘विस्तृत हिंसक घटनाओं’ की जाँच कर रहे हैं, जिनमें निज्जर की हत्या भी शामिल है। सितंबर 2023 में ट्रूडो ने भारतीय एजेंटों पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया था, जिसके बाद से भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक संबंध बिगड़ते जा रहे हैं और उनके सुधार का कोई संकेत नहीं है।
CBC को दिए इंटरव्यू में गॉविन ने दावा किया कि भारत के खिलाफ सार्वजनिक रूप से जाने से पहले कई प्रयास किए गए थे, जिनमें भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सबूत दिए गए। साथ ही कनाडा और भारत सरकार के सीनियर अधिकारियों के बीच बैठकें भी हुई, लेकिन ये प्रयास ‘असफल’ रहे।
गौरतलब है कि हाल ही में भारत ने खालिस्तानी आतंकियों की सूची में एक कनाडाई बॉर्डर सर्विस एजेंसी (CBSA) के अधिकारी का नाम भी शामिल किया, जिसे भारत से प्रत्यर्पित करने की माँग की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संदीप सिंह सिद्धू प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) का सदस्य है और CBSA के साथ काम करता है, वो पंजाब में आतंकवाद को बढ़ावा देने में शामिल रहा है।
भारत ने यह सूची तब जारी की जब RCMP ने भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और अन्य राजनयिकों को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में ‘रुचि रखने वाले’ व्यक्तियों के रूप में नामित किया। RCMP ने यह भी दावा किया है कि भारतीय सरकार ने कनाडा में आपराधिक गतिविधियों के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग का इस्तेमाल किया है।