डोनाल्ड ट्रम्प के कई लड़कियों के साथ यौन संबंध: ‘सेक्स टेप’ केस में बोली पीड़िता

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (तस्वीर साभार: ABC न्यूज)

अभी दुनिया भर में जेफरी एप्सटीन के साथ बड़े-बड़े नेताओं और सेलेब्स का नाम जुड़ने के कारण बवाल मचा हुआ है। जेफ्री एप्सटीन लड़कियों की तस्करी करने वाला माफिया था, जिसके पास अमेरिका के वर्जीनिया में 72 एकड़ का एक प्राइवेट द्वीप भी था। इसका नाम है – लिटिल सेंट जेम्स आइलैंड। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों डोनाल्ड ट्रम्प एवं बिल क्लिंटन के अलावा UK के प्रिंस एंड्रू तक का नाम जेफरी एप्सटीन के ग्राहकों में जुड़ा है। मामला अमेरिका की अदालत में चल रहा है।

इसी बीच पीड़िताओं में से एक सारा रैनसम सामने आई हैं। उन्होंने बताया है कि डोनाल्ड ट्रम्प के कई लड़कियों के साथ यौन संबंध थे, जिनमें से एक सारा की दोस्त भी थी। बकौल सारा रैनसम, जेफरी एप्सटीन के न्यूयॉर्क स्थित टाउनहाउस पर डोनाल्ड ट्रम्प देखे गए थे। सारा ने बताया, “मेरी दोस्त ने मुझे डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उसकी अनौपचारिक दोस्ती के बारे में बताया था। डोनाल्ड ट्रम्प के मन में उसके लिए कुछ न कुछ था। उसने मुझे बताया कि कैसे ट्रम्प लगातार बताते रहते थे कि वो ‘कुसुमित (Pert) निप्पल्स’ को कितना पसंद करते हैं।”

पीड़िता ने ये भी बताया कि उसने डोनाल्ड ट्रम्प की हरकतों के कारण कई बार लड़कियों की निप्पल्स में दर्द हो जाता था और वो इसकी गवाह है। सारा रैनसम ने आरोप लगाया कि जेफरी एप्सटीन के न्यूयॉर्क स्थित बँगले पर उसने अपनी दोस्त को डोनाल्ड ट्रम्प के साथ देखा था। कोर्ट में डाले गए दस्तावेज में तो सारा ने डोनाल्ड ट्रम्प को ‘Pedophile (बच्चों के प्रति कामुकता रखने वाला)’ तक बता दिया है। साथ ही उन्होंने बिल क्लिंटन पर भी कई आरोप लगाए हैं।

कोर्ट के दस्तावेज में पीड़िता ने कहा है, “डोनाल्ड ट्रम्प मेरी दोस्त की निप्पल्स को तब तक उँगलियों से दबा कर हिलाते रहते थे और चूसते रहते थे, जब तक उन पर एकदम से निशान न बन जाएँ। एक शाम जब मैं और मेरी दोस्त साथ नहा रही थी तो उसने मुझे अपने निप्पल्स दिखाए। ये काफी दुःखदायी था। वो लाल हो गए थे और सूजे हुए थे। मैं उसके निप्पल्स को देख कर डर गई थी।” उसने कहा कि ट्रम्प व क्लिंटन वगैरह ने जो किया उन्हें इसकी सज़ा मिलनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि बिल क्लिंटन के खिलाफ चुप रहने के लिए उनकी पत्नी हिलेरी ने लोगों को भेज कर जबरन उनसे समझौते के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवाए। उन्होंने कहा कि 2008 में उनकी एक दोस्त ने एप्सटीन, क्लिंटन, गायक ब्रेनसन और ट्रम्प के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। पीड़िता ने कहा कि उल्टा उसकी दोस्त को ‘गंदी वेश्या और झूठी’ महसूस कराया गया। ‘क्लिंटन फाउंडेशन’ ने लड़की को चुप रहने के लिए पैसे भी दिए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया