‘दुनिया को बदलने में बड़ी भूमिका निभा रहा भारत, गुटबंदी नहीं बल्कि विश्व मित्र की पहचान’: UNGA में बोले विदेश मंत्री S जयशंकर – सुरक्षा परिषद का हो विस्तार

केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को किया संबोधित (फोटो साभार: UN/YouTube)

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 78वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। उन्होंने मंगलवार (26 सितंबर, 2023) को यूएनजीए को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने वैश्विक तनाव के समय में जी-20 की अध्यक्षता सफलतापूर्वक की और महत्वपूर्ण बदलाव का नेतृत्व किया। जी-20 के नतीजे पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है। भारत की कोशिशों से अफ्रीकी संघ इसका स्थायी सदस्य बन गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत अब गुटनिरपेक्षता से निकलकर विश्व मित्र की भूमिका में पूरी दुनिया के लिए सकारात्मक भूमिका निभा रहा है।

भारत ने शानदार तरीके से की जी-20 की मेजबानी

अपने संबोधन के दौरान एस. जयशंकर ने कहा कि भारत ने वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ समिट बुलाकर जी-20 की अध्यक्षता की शुरुआत की, यह मानते हुए कि वृद्धि और विकास को सबसे कमजोर लोगों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया असाधारण उथल-पुथल का दौर देख रही है। उन्होंने कहा कि भारत ने असाधारण जिम्मेदारी की भावना के साथ G-20 की अध्यक्षता संभाली। हमने ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ का दृष्टिकोण अपनाया, जिसकी वजह से कुछ देशों के संकीर्ण हितों से हम बाहर निकले।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में विस्तार से उसी का भला

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपना संबोधन ”भारत की ओर से नमस्ते!” के साथ शुरू किया और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार की माँग फिर से दोहराई। उन्होंने कहा कि भारत की अगुवाई में हमने जी-20 में अफ्रीकी संघ को शामिल किया और अब समय आ गया है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का विस्तार हो, ताकि वो प्रासंगिक बना रह सके।

गुटनिरपेक्षता से विश्व मित्र की पहचान

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत गुटनिरपेक्षता के युग से बाहर निकल कर “विश्व मित्र के युग” या दुनिया के मित्र के युग में बदल चुका है। भारत अपने तमाम साझेदारों के साथ सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है। अब हम गुटनिरपेक्षता के युग से आगे ‘विश्व मित्र – दुनिया के लिए एक मित्र’ के रूप में खुद को बदल चुके हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया