गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब के ग्रंथी की 17 साल की बेटी का 2 मुस्लिम लड़कों ने किया अपहरण, 15 दिन से Pak प्रशासन सुस्त

श्री पंजा साहिब के ग्रंथी की बेटी का अपहरण

पाकिस्तान में बहुसंख्यक आबादी के अत्याचार और मनमानी की एक और घटना सामने आई है। हाल में वहाँ गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब के ग्रंथी एस प्रीतम सिंह की 17 साल की बेटी बलबीर कौर (बदला हुआ नाम) का अपहरण किया गया। इससे पहले ननकाना साहिब गुरुद्वारे के ग्रंथी की बेटी जगजीत कौर के अपहरण, धर्म परिवर्तन और निकाह की बात पाकिस्तान से सामने आई थी।

जानकारी के अनुसार, हाल की घटना में बलबीर कौर का अपहरण दो मुस्लिम युवकों ने किया है। इस वारदात के बाद वहाँ के सिखों में भारी रोष व्याप्त है। कहा जा रहा है कि प्रशासन आरोपितों का पता लगाने में अब तक असफल है।

मामले की सूचना होने के बाद दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (डीएसजीपीसी) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने शनिवार को केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से उनके दफ्तर में मुलाकात कर इस मामले की जानकारी देते हुए एक शिकायत पत्र भी सौंपा।

https://twitter.com/mssirsa/status/1307164400088883201?ref_src=twsrc%5Etfw

सिरसा ने विदेश मंत्री को एक सूची भी दी, जिसमें 55 हिंदू-सिख लड़कियों के नाम दर्ज हैं, जिन्हें बीते कुछ वर्षों में अगवा कर उनका धर्म परिवर्तन करवाया गया। बाद में उनकी शादी मुस्लिम युवकों के साथ की गई।

मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा, “गुरुद्वारा ननकाना साहिब के ग्रंथी की बेटी जगजीत कौर का पहले अपहरण किया गया। उनका धर्म परिवर्तन करके निकाह किया गया और अब पंजा साहिब की ग्रंथी सरदार प्रीतम की बेटी बलबीर कौर, 17 साल की बच्ची को 1 सितंबर को दो मुस्लिम लोगों ने अगवा कर लिया। उसके बाद से सरदार प्रीतम का रो-रो कर बुरा हाल है। उनका दर्द उनकी वीडियो-ऑडियो से छलक रहा है। वो कह रहे हैं कि मेरी बच्ची को इन जालिमों से बचा लो। मैं सारी संगत से अपील करता हूँ, मेरी बच्ची को बचा लो। मेरी बच्ची के लिए पाठ करो। उसे जालिमों ने अगवा कर लिया है।”

https://twitter.com/sarahkalidasi/status/1307901991159394306?ref_src=twsrc%5Etfw

अकाली दल नेता आगे कहते हैं, “बड़ी शर्म की बात है कि पाकिस्तान अब औरंगजेब के राज से भी खतरनाक हो गया है, जब लोगों के जबरदस्ती धर्म बदले जा रहे थे। आज पाकिस्तान के कट्टर लोग यह साबित करने पर उतरे हुए हैं कि सिख कौम के ग्रंथियों की लड़कियों को भी नहीं छोड़ेंगे। उन्हें जबरन अगवा किया जा रहा है। उनका धर्म परिवर्तन किया जा रहा है।”

सिरसा कहते हैं, “मुझे जैसे ही इस संबंध में जानकारी मिली, मैंने सबसे पहले विदेश मंत्रालय से बात की। फिर विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को समन किया और टाइम दिया। मगर, तब भी कुछ नहीं हुआ। इसलिए वह विदेश मंत्रालय के अंदर जो पाकिस्तान के इंचार्ज हैं, जेपी सिंह उनसे मिल रहे हैं।”

वह सारी कौम से कहते हैं कि पाकिस्तान का यह जुल्म सिर्फ बढ़ेगा, रुकेगा नहीं। इसलिए उन्हें आवाज उठानी होगी। उन्होंने बच्चियों के ख़िलाफ हो रहे अत्याचार की निंदा की और विरोध दर्ज कराने की बात की। साथ ही पाकिस्तान की इमरान सरकार से कहा कि वह बलबीर कौर को लौटा दें वरना उन्हें हाईकमीशन पहुँचना पड़ेगा।

इसके अलावा सिरसा ने विदेश मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि पाकिस्तान में बसे सिखों को अलग-थलग करने की साजिश रची जा रही है। भारतीय सिख पाकिस्तान में बसे अपनों की मदद करने में असहाय हैं।

पाकिस्तान का समाज ऐसी घटनाओं पर कभी भी अपनी प्रतिक्रिया नहीं देता है। सिरसा ने विदेश मंत्री से अपील की है कि वह इस मामले को पाकिस्तान की सरकार के सामने उठाएँ और बलबीर कौर सुरक्षित अपने घर लौटे। पाकिस्तान में बसे सिखों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

गौरतलब है कि पिछले साल गुरुद्वारा ननकाना साहिब के मुख्य ग्रंथी की बेटी जगजीत कौर का मोहम्मद हसन नाम के एक लड़के ने अपहरण कर लिया था। हसन के तार हाफिज सईद के आतंकी संगठन से जुड़े पाए गए थे।

पाकिस्तान समेत भारत के कई सिखों ने इस पर विरोध व्यक्त किया था, जिससे यह मामला अदालत पहुँचा। हालाँकि, वहाँ जगजीत कौर से यह कहलवा कर कि उसने खुद इस्लाम कबूला है, उसे हसन के पास वापस भेज दिया गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया