हिंदुत्व को आतंकवाद से जोड़ता था जो पाकिस्तानी पत्रकार, वो केन्या में मारा गया: PM मोदी को बताता था हिटलर, बीवी ने कहा – मार दी गोली

अरशद शरीफ (तस्वीर साभार: डॉन)

पाकिस्तान के पत्रकार व टीवी एंकर अरशद शरीफ की केन्या की राजधानी में मौत हो गई। मीडिया में जहाँ पहले अरशद की मौत के पीछे दुर्घटना को कारण कहा गया। वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी जावेरिया सिद्दीकी का कहना है कि उन्हें गोली मारी गई है।

जावेरिया ने लिखा, “मैंने दोस्त खोया, पति खोया और अपना पसंदीदा पत्रकार खोया। पुलिस के अनुसार उन्हें गोली मारी गई। हमारी निजता की इज्जत करें और कृपा करके ब्रेकिंग के नाम पर हमारे परिजनों की या पर्सनल डिटेल या अरशद की आखिरी तस्वीरें न साझा करें।”

बता दें कि अरशद शरीफ पूर्व में एआरवाई न्यूज से जुड़े हुए थे और बाद में वह दुबई चले गए थे। वह पाकिस्तान के बेहद मशहूर पत्रकारों में से एक थे। उनके ऊपर देशद्रोह का मुकदमा भी था। इसके अलावा भारत में वह हिंदूविरोधी और मोदी विरोधी होने के लिए जाने जाते थे।

नीचे देख सकते हैं कि कैसे अरशद दिल्ली हिंदू विरोधी दंगों के समय हिंदूघृणा फैलाने में लगे हुए थे।

उन्होंने अपने ट्वीट में खासकर आरएसएस भाजपा और हिंदुत्व जैसे शब्दों का प्रयोग किया हुआ है। इसके अलावा ये भी कह रखा है कि दिल्ली के दंगों में मुस्लिमों के मस्जिद जलाए जा रहे हैं और साथ में मुस्लिम औरतों का रेप हो रहा है।

एक वीडियो जिसमें पीएम मोदी को गाली देने के साथ खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं, उस पर अरशद शरीफ ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने फासीवादी हिंदुत्व की कट्टर नीतियाँ लाकर और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन करके पीएम मोदी ने भारतीय समाज को दो हिस्सों में बाँट दिया है। सिख भी अब आजादी चाहते हैं।

अगले ट्वीट में अरशद ने चेतावनी का साइन बनाते हुए कि मोदी अपनी हिंदुत्व की नीतियों के साथ दक्षिण एशिया के एक नए हिटलर के तौर पर उभर रहा है। ईसाइयों, पारसियों, यहूदियों, सिखों और मुस्लिमों के लिए भाजपा में कोई जगह नहीं है।

देख सकते हैं कि अरशद शरीफ ने भारत के खिलाफ समय-समय पर झूठ फैलाया। कभी कहा कि भारत में मुस्लिमों की नागरिकता खतरे में है। कभी कहा कि दक्षिणपंथी मोदी सरकार के वफादारा, कट्टरपंथी धार्मिक संगठन मुस्लिमों को धमका रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि शरीफ के ऊपर पाकिस्तान में एक विवादित इंटव्यू के बाद देशद्रोह का केस दर्ज हो रखे थे। इसके बाद शरीफ ने देश छोड़ दिया था। वहीं एआरआई न्यूज ने भी उनसे दूरी बना ली थीं। संस्थान ने कहा था कि वो अपने कर्मचारियों से सीमा में रहने की अपेक्षा करते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया