कोरोना है फिर भी घर में रहो, ठीक हो जाओगे, हॉस्पिटलों में लाइन मत लगाओ: इमरान का अपने देशवासियों को सन्देश

इमरान ख़ान ने कहा कि अगर पाकिस्तान ने लॉकडाउन किया तो इसकी अर्थव्यवस्था धड़ाम हो जाएगी

कोरोना वायरस से पूरी दुनिया तबाह है और जिसे भी जरा सा भी इसके लक्षण दिख रहे हैं, उसे तुरंत अस्पताल में चेकअप कराने की सलाह दी गई है। लेकिन, पाकिस्तान में इसका उलटा हो रहा है। वहाँ के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान का कहना है कि जिसे भी कोरोना वायरस हो, वो अपने घर में ही रहे और बाहर न निकले। लोगों का पूछना है कि अगर ऐसा तो फिर मरीज अपना इलाज कैसे कराएँगे? इमरान ख़ान ने अपने लोगों को न घबराने की सलाह दी है और चेताया है कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकना असंभव है।

लेकिन, साथ ही इमरान ने ये भी कहा है कि पाकिस्तान बाकी देशों की तरह पूरी तरह लॉकडाउन में नहीं जा सकता क्योंकि इससे उसकी अर्थव्यवस्था चौपट हो जाएगी। पाकिस्तान में अब तक कोरोना वायरस के 245 मामले सामने आ चुके हैं। सिंध प्रांत में इसका कुछ ज्यादा ही प्रकोप है, जहाँ इसके 172 मामले सामने आ चुके हैं। इन सबके बीच इमरान का कहना है कि पाकिस्तान के बड़े शहर लॉकडाउन की स्थिति में नहीं जा सकते।

इमरान ख़ान ने ये कह कर अपने ही देशवासियों को सकते में डाल दिया है कि अगर ज्यादा लोग कोरोना का शिकार हुए तो देश की स्वास्थ्य व चिकित्सा व्यवस्था धड़ाम हो जाएगी। इमरान ने कहा कि जो वृद्ध लोग हैं, सिर्फ उन्हें ही तुरंत मेडिकल अटेंशन देने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि जो भी कोरोना वायरस के शिकार हुए हैं, उनमें से 97% पूरी तरह ठीक हो जाएँगे और 90% लोगों को नार्मल फ्लू की तरह ही बीमारी होगी, जिन्हें डरने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी चीजें बंद हो गई तो लोग भूखे मरेंगे।

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उन्होंने पाकिस्तान को सम्बोधित करते हुए कहा कि अगर 4-5% मरीज भी बाहर निकले तो हज़ारों संक्रमित होकर बीमार पड़ जाएँगे। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वो दौड़ कर मेडिकल टेस्ट कराने हॉस्पिटल न जाएँ। अमेरिका का उदाहरण देते हुए ख़ान ने दावा किया कि किसी भी देश के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि सर्दी-जुकाम के शिकार सभी लोगों का मेडिकल टेस्ट कराया जा सके। अपने ही पीएम की ऐसी सलाह से पाकिस्तानी हैरान हैं

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया