लाहौर के पास स्थित गुरुद्वारे में हिंदुस्तानी राजनयिकों को बंद किए जाने और दुर्व्यवहार को लेकर पाकिस्तानी अधिकारियों के समक्ष हिंदुस्तान ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। यह आपत्ति पाकिस्तान के विदेश कार्यालय में आपत्तिपत्र के जरिए दर्ज कराई गई है। एक कूटनीतिक नोट के माध्यम से 25 अप्रैल को पाकिस्तानी अधिकारियों को अलग से भी इस घटना से अवगत कराया गया है।
17 अप्रैल की घटना, सच्चा सौदा साहिब गए थे राजनयिक
आपत्तिपत्र में राजनयिकों के साथ हुई इस घटना का जिक्र करते हुए हिंदुस्तान ने पाकिस्तान के इस्लामाबाद में स्थित अपने उच्चायोग की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। दोनों राजनयिक पाकिस्तानी पंजाब के लाहौर के पास फर्रुखाबाद स्थित गुरुद्वारे सच्चा सौदा साहिब में गए हुए थे। वह वहाँ सिख श्रद्धालुओं की यात्रा की प्रणाली आसान करने से जुड़े कार्यवश वहाँ पहुँचे थे। रिपोर्ट के मुताबिक वहाँ मौजूद पाकिस्तानी इंटेलिजेंस के 15 लोगों ने राजनयिकों के साथ दुर्व्यवहार किया। उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया और उनके बैगों की तलाशी ली गई। उनसे पूछताछ भी की गई।
पहले भी सिख श्रद्धालुओं की यात्रा के प्रबंध की देखरेख कर रहे राजनयिकों के साथ पाकिस्तान में दुर्व्यवहार होता रहा है। खालिस्तानियों द्वारा भी भारतीय श्रद्धालुओं से बदतमीजी का भी इतिहास रहा है। मार्च में भी हिंदुस्तान ने बालाकोट की एयर स्ट्राइक के बाद अपने राजनयिकों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत की थी।