खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने कनाडा में रह रहे हिंदुओं को धमकी दी है। उसकी यह धमकी कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने बिना किसी सबूत के खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या का दोष भारत पर डालने की कोशिश की थी।
19 सितंबर 2023 को जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की संसद में कहा था कि खालिस्तानी आतंकी निज्जर को भारतीय एजेंटों ने मारा था, जिसके हमारे पास सबूत हैं। कनाडा की सरकार ने भारतीय राजनयिक पवन कुमार राय को निष्कासित भी कर दिया था। जवाब में भारत ने भी एक कनाडाई राजनयिक ओलिवर सिल्विस्टर को निष्कासित किया था।
पन्नू के संगठन सिख फॉर जस्टिस ने 25 सितंबर तक कनाडा में स्थित भारतीय उच्चायोग और वाणिज्य दूतावासों को बंद करने की धमकी दी है। वर्तमान में कनाडा की राजधानी ओटावा में भारत का उच्चायोग (High Commission) और वैंकुवर तथा टोरंटो में वाणिज्य दूतावास (Consulates General) हैं।
आतंकवादी पन्नू ने कहा है यदि ऐसा नहीं होता है तो वह दूतावासों पर हमला करेगा। उसने भारत को तोड़ने की भी बात कही है। इन सब बातों को करते हुए उसने एक 2 मिनट का प्रोपेगेंडा वीडियो जारी किया है।
पन्नू पहले भी हिन्दुओं और कनाडा में काम करने वाले भारतीय राजनयिकों की हत्या का ऐलान करते आया है। पन्नू ने एक बयान जारी करके कहा है, “कनाडाई हिन्दुओं तुमने कनाडा के प्रति अपनी निष्ठा नहीं जाहिर की है, तुम्हें कनाडा से वापस भारत जाना होगा।”
पन्नू ने यह भी कहा, “खालिस्तान समर्थक सिख हमेशा से ही कनाडा के प्रति श्रद्धा रखते आए हैं। उन्होंने हमेशा कनाडा का पक्ष लिया है।” पन्नू ने आगामी 29 अक्टूबर को ‘किल इंडिया रेफरेंडम” कराने का ऐलान किया है, जिसमें सिखों से कनाडा में भारत के हाई कमिश्नर संजय कुमार वर्मा को निज्जर की हत्या का जिम्मेदार ठहराने को कहा गया है।
कनाडा में हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा का ऐलान करना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले लगातार भारतीय राजनयिकों के होर्डिंग लगाकर उन्हें मारने की धमकियाँ दी गई हैं। कनाडा में हिन्दू मंदिरों पर भी लगातार हमले हुए हैं। इस प्रकार की हिंसा करने वालों के विरुद्ध जस्टिन ट्रूडो की सरकार ने कोई भी एक्शन नहीं लिया है।
कनाडा में पन्नू का आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस कथित जनमत संग्रह आयोजित करवा कर भी खालिस्तान की माँग को हवा देता रहा है।
कनाडा के सांख्यिकी विभाग के अनुसार, वर्ष 2021 तक कनाडा में लगभग 8.28 लाख हिन्दू थे। इनकी संख्या वर्तमान में इससे अधिक हो सकती है। हिन्दू, कनाडा में तीसरा सबसे बड़ा धार्मिक वर्ग है। कनाडा में सिखों की संख्या 7.7 लाख के आसपास है।
कनाडा में हिन्दू और सिखों, दोनों की ही में बीते 20 वर्षों में तेज बढ़ोतरी हुई है। कनाडा में बसने वाले अधिकांश हिन्दू और सिख पंजाबी मूल के हैं। हाल के वर्षों में देश के अन्य हिस्सों से भी कनाडा में जाकर बसने का चलन बढ़ा है।
जस्टिन ट्रूडो के बयान और दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों के खराब होने के बाद लगातार हिन्दुओं की सुरक्षा के प्रति चिंता जताई जा रही है। अभिनेता रणवीर शौरी ने इसी को लेकर ट्वीट करते हुए अपनी चिंता व्यक्त की थी।
पन्नू की इस धमकी के बाद अभी तक कनाडा की सुरक्षा एजेंसियों ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की है। पन्नू पर कार्रवाई न करना यह बताता है कि कनाडा भारत को तोड़ने की साजिश करने वालों के साथ खड़ा है।